जमशेदपुर: खड़गपुर से गिरफ्तार परसुडीह निवासी मनोज सरकार रेलवे टेंडर मैनेज करने वाला 48 मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता था. हर फोन के पीछे उसने बात करने वाले ठेकेदार का नाम लिख रखा था. मनोज एक नंबर से एक ही ठेकेदार से बात करता था. रेलवे ठेकेदार विजय कुमार पांडेय की हत्या के मामले में जिला पुलिस टीम ने मनोज सरकार के अलावा उसके साथी डोमनिक समसंग, अधीर प्रधान और हरि महतो को भी गिरफ्तार किया है.
इन आरोपियों के पास से दो लोडेडे देशी कट्टा, दो जिंदा कारतूस और एक प्लेटिना बाइक (जेएच05पी-9492) बरामद की गयी है. मनोज सरकार पर झारखंड के अलावा बंगाल और ओड़िशा में भी कई मामले दर्ज हैं और वह एक लाख का इनामी भी था. एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने बुधवार को बताया कि जांच में यह पता चला है कि मनोज सरकार के पास से मिले सभी मोबाइल फोन के सिम फरजी नाम-पता पर जारी कराये गये हैं.
जब्त मोबाइल फोन के कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस पता लगा रही है कि मनोज सरकार किन-किन ठेकेदारों के लिए टेंडर मैनेज करने का काम करता है. पुलिस यह पता लगा रही है कि उसने किसके कहने पर हत्याओं को अंजाम दिया. बर्मामाइंस में रेलवे ठेकेदार विजय कुमार पांडेय, चक्रधरपुर में ठेकेदार बलराम सिंह, क्यूंझर में व्यापारी पटेल महतो, परसुडीह में जमीन कारोबारी संजीव सिंह की हत्या में मनोज सरकार व अन्य ने शामिल होने की बात स्वीकारी है. एसएसपी ने बताया कि विजय पांडेय हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. मामले में टीटू शर्मा व एक अन्य पहले से जेल में बंद है. पकड़े गये आरोपियों ने कई जगहों पर घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकार की है. एसएसपी के साथ डीएसपी विमल कुमार, परसुडीह थाना प्रभारी शंकर ठाकुर, बहरागोड़ा के एएसआइ विनोद कुमार सिंह, गोविंदपुर थानेदार राजेश रंजन, बर्मामाइंस के बंदी राम टोप्पो भी मौजूद थे. तीन से चार प्रतिशत लेता था मनोज. मनोज सरकार टेंडर मैनेज करने के लिए ठेकेदार से तीन से चार फीसदी राशि वसूलता था. टेंडर मैनेज करने का काम वह पिछले कई वर्षों से करता आ रहा है. उसका संपर्क ओड़िशा के अपराधी करण सिंह से भी है. फरारी के दौरान वह टीटू शर्मा के साथ जाकर ओड़िशा में करण के यहां भी रहा था.
चार माह से खड़गपुर में किराये के मकान में रह रहा था. एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने पहले हरि महतो को गिरफ्तार किया. हरि ने पुलिस को मनोज सरकार और अन्य के खड़गपुर में छुपे होने की बात बतायी. तब पुलिस टीम खड़गपुर पहुंची और वहां एक मकान में पिछले चार माह से किराये पर रह रहे मनोज सरकार व अन्य को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद उसे ट्रांजिट रिमांड पर पुलिस शहर लेकर आयी. पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया है. पुलिस को मनोज ने बताया कि उसका दुबराज नाग से भी संपर्क है.
परसुडीह में आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज. परसुडीह थाना में अपराधी मनोज सरकार के साथ गिरफ्तार अधीर प्रधान और हरि महतो के खिलाफ आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया गया है. दर्ज मामले के मुताबिक पुलिस ने गोलपहाड़ी चेकिंग के दौरान दोनों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया. जिसके बाद दोनों को आर्म्स एक्ट में जेल भेजा दिया गया. वहीं, गोविंदपुर पुलिस ने डोमनिक को संजीव सिंह हत्याकांड व मनोज सरकार को बर्मामाइंस पुलिस ने विजय पांडेय हत्याकांड के आरोप में जेल भेजा है.
मनोज को शरण देने वाला दिवाकर भी हिरासत में. मनोज को शरण देने वाला दिवाकर सिंह को भी पुलिस ने खड़गपुर से हिरासत में लिया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक मनोज फरारी के दौरान दिवाकर से रहने के लिए जगह मांगा था. वहीं, इसी मामले में पुलिस सुधीर महतो नामक युवक से भी पूछताछ कर रही है.
मनोज सरकार का आपराधिक इतिहास
मनोज सरकार पर बर्मामाइंस थाना में वर्ष 15 में विजय पांडेय की हत्या, बर्मामाइंस थाना में वर्ष 08 में रंगदारी, परसुडीह थाना में रंगदारी, गोविंदपुर थाना में 12 मई को संजीव सिंह की हत्या, सरायकेला के कुचाई में वर्ष 15 में फायरिंग, सरायकेला के आमदा ओपी में वर्ष 16 में रंगदारी, वर्ष 13 में ओड़िशा के क्यूंझर थाना में व्यापारी पटेल महतो की हत्या तथा वर्ष 16 में सीकेपी में ठेकेदार बलराम सिंह की हत्या का मामला दर्ज है.