जमशेदपुर: परिवार नियोजन के लक्ष्य में पूर्वी सिंहभूम पिछड़ता नजर आ रहा है. जिले में नसबंदी का लगातार ग्राफ गिर रहा है. छह माह में पुरुष नसबंदी के लिए 800 व महिला बंध्याकरण के लिए 8600 का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन अर्बन सहित सभी प्रखंड को मिलाकर 15 नसबंदी व 984 महिला बंध्याकरण ही किये जा सके.
महिलाओं में कॉपर टी 10,500 लक्ष्य के विपरीत 2,688 केस ही पूर्ण किये जा सके. जिला के अर्बन को छोड़कर किसी भी प्रखंड में एक भी पुरुष नसबंदी नहीं हो सकी. कई ब्लॉक में महिला बंध्याकरण का भी यही हाल है.
परिवार नियोजन पखवाड़े की खानापूर्ति : लक्ष्य से पिछड़ने के लिए जागरुकता अभियान व प्रचार-प्रसार में कमी को मुख्य कारण बताया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग परिवार नियोजन पखवाड़ा चलाने के अलावा परिवार नियोजन के लिए कोई जागरुकता अभियान अथवा प्रचार व प्रसार नहीं करता. वर्तमान में सहिया द्वारा लायी गयी महिलाओं का ही बंध्याकरण ऑपरेशन किया जाता है.
प्रोत्साहन राशि बढ़ी, नहीं मिला परिणाम : पहले नसबंदी के लिए पुरुषों को 1100 और महिलाओं को 600 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती थी. जनवरी 2015 से इसे बढ़ाकर पुरुषों के लिए 2000 और महिलाओं को 1400 रुपये कर दिया है. इसके साथ ही महिला नसबंदी के प्रेरक को 200 और पुरुष नसबंदी के प्रेरक को 300 रुपये दिये जाते हैं. अगर कोई भी महिला अस्पताल में प्रसव के बाद ही ऑपरेशन करा लेती है, तो उसको 2200 रुपये दिया जाता है.
अप्रैल से सितंबर तक पुरुष नसबंदी का लक्ष्य
प्रखंड लक्ष्य नसबंदी
बहरागोड़ा 60 00
चाकुलिया 42 00
धालभूमगढ़ 29 00
डुमरिया 20 00
घाटशिला 40 00
जुगसलाई 70 00
मुसाबनी 40 00
पटमदा 50 00
पोटका 90 00
जमशेदपुर अर्बन 359 15
अप्रैल से सितंबर तक महिला बंध्याकरण लक्ष्य
प्रखंड लक्ष्य स्थिति
बहरागोड़ा 652 06
चाकुलिया 472 161
धालभूमगढ़ 312 14
डुमरिया 232 00
घाटशिला 489 01
जुगसलाई 992 00
मुसाबनी 402 00
पटमदा 569 08
पोटका 749 22
जमशेदपुर अर्बन 3731 772
नसबंदी व बंध्याकरण पूर्व की तरह नहीं किया जाता है. अभी पूरी जांच के बाद ही प्रक्रिया पूरी की जाती है. स्थिति पर रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. यह विभाग एसीएमओ के अंतर्गत है.
डॉ एसके झा, सिविल सर्जन