उन्होंने बताया कि जमशेदपुर में होने वाले आयोजन में बिहार, झारखंड, ओड़िशा के 90 फीसदी कर्मचारी हिस्सा लेंगे. नेताओं ने कहा कि यह सम्मेलन ऐसे वक्त में हो रहा है, जब देश पूंजीवाद की ओर तेजी के साथ बढ़ रहा. जनता के अभिव्यक्ति की आजादी पर प्रहार हो रहा है. रोजगार का सृजन नगण्य है.
खुले सत्र में झारखंड व जमशदेपुर के विभिनन संगठनों के प्रतिनिधि भी सम्मलित होंगे. खुले सत्र की समाप्ति के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये जायेंगे. सम्मेलन 10 दिसंबर की शाम तक चलेगी. प्रतिनिधि सत्र में बिहार, झारखंड व ओड़िशा राज्य के करीब 300 प्रतिनिधि और पर्यवेक्षक भाग लेंगे.