घटना सोमवार देर शाम की है. मौके से नक्सली पोस्टर भी मिले हैं, जिसमें ‘पुलिस की मुखबिरी करने वाले की यही सजा है’ लिखा गया है. पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच में जुट गयी है. इस संबंध में पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा से मिली जानकारी के अनुसार योगेश मिश्रा सोमवार की शाम नर्सिंग होम में कार्यरत एक नर्स के साथ बोलेरो से कुचाई के दामादिरी क्षेत्र के किसी गांव के लिए निकले थे.
इसी दौरान रास्ते में करीब 25-30 की संख्या में आये नक्सलियों ने योगेश मिश्रा के वाहन को रोका और योगेश को अपने साथ ले गये, जबकि नर्स को खरसावां की ओर जाने वाली सड़क पर छोड़ दिया. देर रात घर पहुंच कर नर्स ने मामले की पूरी जानकारी योगेश के परिजनों को दी. मंगलवार की सुबह योगेश मिश्रा की लाश कुचाई के छोटा सेगोई पंचायत के दामादिरी से बुरुबांडी जाने वाली सड़क पर वीणपुटा गांव के पास मिली. लाश के पास सीपीआइ माओवादियों के नाम से चार नक्सली पोस्टर मिले हैं. घटना की जानकारी मिलने के बाद जिले के एसपी इंद्रजीत महथा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सरायकेला भेज दिया है.