यह तभी मुमकिन हो पाता जब एटीएम मशीन की प्रोग्रामिंग बदली जाती. नये नोट का साइज भी अलग है. एटीएम में उन्हें रीड करने के लिए सेंसर भी नहीं हैं. एक एटीएम की प्रोग्रामिंग को बदलने के लिए कम से कम 3 से 4 लोगों की जरूरत होती है. अगर प्रोग्रामिंग वक्त से बदल दी जाती तो इतनी परेशानी नहीं होती. ऐसे में नये 500 और 2000 के नोटों को एटीएम में आने में वक्त लगेगा तो और एक सप्ताह तक 100-100 के नोट ही एटीएम से निकल पायेंगे. कम नोट मिलने को लेकर बड़ी संख्या में लोग परेशान है.
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कम लोगों ने की निकासी अधिकतर निराश लौटे, कुछ ही घंटे में खाली हो गये एटीएम
जमशेदपुर : शनिवार को शहर में विभिन्न बैंकों के एटीएम खुले जरूर लेकिन कुछ ही घंटे में पैसे खत्म हो गये. इसके बाद एटीएम को बंद करना पड़ा. अगर बैंकों की माने तो कैश डालने के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 65 एटीएम, बैंक ऑफ इंडिया 106 समेत बैंक ऑफ बड़ौदा, एक्सिस बैंक, आइडीबीआइ, आइसीआइसीआइ, […]
जमशेदपुर : शनिवार को शहर में विभिन्न बैंकों के एटीएम खुले जरूर लेकिन कुछ ही घंटे में पैसे खत्म हो गये. इसके बाद एटीएम को बंद करना पड़ा. अगर बैंकों की माने तो कैश डालने के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 65 एटीएम, बैंक ऑफ इंडिया 106 समेत बैंक ऑफ बड़ौदा, एक्सिस बैंक, आइडीबीआइ, आइसीआइसीआइ, सेंट्रल बैंक समेत तमाम बैंकों के एटीएम खुले थे.
बिष्टुपुर एसबीआइ ब्रांच व एटीएम में परेशानी नहीं : बिष्टुपुर के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में कैश जमा लेने और बदलने के लिए अलग-अलग काउंटर बनाये गये हैं. एजीएम राजेश कुमार वर्मा के निर्देश पर महिलाओं और बुजुर्गों के लिए भी अलग से काउंटर बनाये गये हैं. ब्रांच के अंदर दो एटीएम है, जिसमें पैसा खत्म होते ही भर दिये जा रहे हैं. यहां कैश डिपोजिट मशीन भी सुचारु रूप से चल रही है.रात के दो बजे तक यहां लंबी कतार लग रही है.
अभी नहीं भरे जा सकते दो हजार रुपये के नोट
जमशेदपुर. एटीएम के अंदर पुराने 1000, 500 और 100 के नोट को पहचाने के हिसाब से प्रोग्रामिंग की गयी थी पर जब नोट ही बदल दिए गए तो एटीएम मशीन नये नोटों को पहचानने के लिए तकनीकी तौर पर तैयार नहीं थी.
यह तभी मुमकिन हो पाता जब एटीएम मशीन की प्रोग्रामिंग बदली जाती. नये नोट का साइज भी अलग है. एटीएम में उन्हें रीड करने के लिए सेंसर भी नहीं हैं. एक एटीएम की प्रोग्रामिंग को बदलने के लिए कम से कम 3 से 4 लोगों की जरूरत होती है. अगर प्रोग्रामिंग वक्त से बदल दी जाती तो इतनी परेशानी नहीं होती. ऐसे में नये 500 और 2000 के नोटों को एटीएम में आने में वक्त लगेगा तो और एक सप्ताह तक 100-100 के नोट ही एटीएम से निकल पायेंगे. कम नोट मिलने को लेकर बड़ी संख्या में लोग परेशान है.
एटीएम प्रोग्रामिंग में वक्त लगेगा : जाना
एटीएम में नये सिरे से प्रोग्रामिंग करना होगा. तब तक सौ रुपये के नोट ही डालने होंगे. चार लाख रुपये से ज्यादा पैसा नहीं डाला जा सकता है, इसी वजह से परेशानी है.
-नंद दुलाल जाना, एजीएम, क्षेत्रीय प्रमुख, बैंक ऑफ बड़ोदा.
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