इस सेंटर में कैंसर के मरीजों की जांच व इलाज हो सकेगी. कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसी अखौरी ने बताया कि इसके लिए कॉलेज परिसर में स्थान का चयन कर लिया गया है. दिल्ली से आयी टीम ने निरीक्षण के बाद नक्शा बनाकर एटॉमिक एनर्जी रेगुलेटरी बॉडी को भेजा है. वहां से मंजूरी मिलने के बाद इसका काम शुरू होगा. उन्होंने बताया कि इंडिया में लगभग 28 लाख कैंसर रोगी है.
जिसमें हर साल 11 लाख नये मरीज सामने आते है. वहीं हर साल पांच लाख की मौत कैंसर से हो जाती है. उन्होंने कहा कि जिस तरह देश की जनसंख्या बढ़ रही है उसकी तुलना में देश में रेडियोलॉजी की सुविधा काफी कम है. क्या होगा लाभ. इसके खुलने से एमजीएम अस्पताल में कैंसर के इलाज कराने आने वाले मरीजों को काफी लाभ होगा. अभी यहां इलाज नहीं होने से गरीब मरीजों को रांची रिम्स भेजा जाता है. हालांकि सरकार की आेर से इसके लिए पैसा दिया जाता है लेकिन पैसा मिलने में इतनी देर होती है कि मरीज की स्थिति और खराब हो जाती है.