आदित्यपुर/सरायकेला: खरसावां में छह से 14 वर्ष आयु वाले एक से आठ कक्षा तक के बच्चों के लिए विशेष कोटि का आवासीय विद्यालय खुलेगा. जिसमें वैसे बच्चों का दाखिला होगा, जो नक्सल गतिविधि से छुड़ाये गये हैं, अनाथ हैं या मानव तस्करी से प्रभावित हैं. इस संबंध में राज्य परियोजना निदेशक ने जिला शिक्षा अधीक्षक को पत्र लिख कर अविलंब विद्यालय खोलने का निर्देश दिया है.
शिक्षा का अधिकार अधिनियम व नक्सल प्रभावित क्षेत्र के बच्चों को शिक्षित करने के उद्देश्य से सर्व शिक्षा अभियान द्वारा इस विशेष कोटि के आवासीय विद्यालय खोलने की स्वीकृति दी गयी है. विद्यालय में एक सौ बच्चों का नामांकन होगा. जिसमें प्राथमिकता के तौर पर नक्सल गतिविधि से छुड़ाये गये बच्चों का नामांकन होगा.
सात जिलों में खुलेंगे आवासीय विद्यालय
विशेष कोटि का आवासीय विद्यालय राज्य के सात जिलों में खोले जायेंगे. इन जिलों में सरायकेला-खरसावां, पूर्वी सिंहभूम, गुमला, पाकुड़, चतरा, गोड्डा व पलामू शामिल हैं. इस संबंध में झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक मुकेश कुमार ने सभी जिला के शिक्षा अधीक्षक को पत्र लिख कर अविलंब स्कूल खोलने का निर्देश दिया है.
80 विद्यार्थियों का हुआ चयन, नौ से पढ़ाई शुरू होगी
नक्सल प्रभावित क्षेत्र के बच्चों को शिक्षित करने के लिए उनके आवासीय विद्यालय में नामांकन हेतु डीसी के श्रीनिवासन ने जनप्रतिनिधियों के अलावा डीएसइ व अन्य पदाधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक जानकारी ली. साथ ही स्कूल संचालन को लेकर विचार-विमर्श किया. बैठक में डीएसइ ने बताया कि आवासीय विद्यालय में नामांकन के लिए कक्षा एक से आठ तक के लिए कुल 115 आवेदन आये थे. उनमें से 80 विद्यार्थियों का चयन कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि फिलहाल खरसावां के पुराना कस्तूरबा स्कूल भवन में स्कूल संचालित होगा व नौ नवंबर को विद्यालय का शुभारंभ कर पढ़ाई शुरू कर दी जायेगी. बैठक में आवासीय विद्यालय के लिए प्राप्त सूची का अनुमोदन किया गया. इस अवसर पर खरसावां विधायक दशरथ गागराई, डीइओ अलका जायसवाल, सरायकेला विधायक प्रतिनिधि गुरूपद महतो, सांसद प्रतिनिधि हरेकृष्णा प्रधान आदि उपस्थित थे.