जमशेदपुर : जुस्को श्रमिक यूनियन के उपाध्यक्ष डीके सिंह ने आरोप लगाया है कि यूनियन के महासचिव एसएल दास ने झारखंड उच्च न्यायालय में एक हलफनामा दाखिल करके न्यायालय को गुमराह करने की कोशिश की है. उन्होंने न्यायालय को गलत जानकारी दी है कि 27 सितंबर 2016 को बुलायी गयी कमिटी मीटिंग में चर्चा किये […]
जमशेदपुर : जुस्को श्रमिक यूनियन के उपाध्यक्ष डीके सिंह ने आरोप लगाया है कि यूनियन के महासचिव एसएल दास ने झारखंड उच्च न्यायालय में एक हलफनामा दाखिल करके न्यायालय को गुमराह करने की कोशिश की है. उन्होंने न्यायालय को गलत जानकारी दी है कि 27 सितंबर 2016 को बुलायी गयी कमिटी मीटिंग में चर्चा किये जाने वाले मुद्दों की सूचना सभी सदस्यों को पहले ही दे दी गयी थी.
मीटिंग बुलाने की सूचना उनको 26 सितंबर 2016 को शाम 5 बजकर 40 मिनट पर यूनियन द्वारा भेजे गये एसएमएस से मिली थी और और बाद में फोन द्वारा दी गयी. कमिटी मीटिंग बुलाने में संविधान के नियमों का उल्लंघन हुआ है, जिसके अनुसार कमिटी मीटिंग की सूचना, मुद्दों के साथ, कमिटी के सभी सदस्यों को तीन दिन पहले दी जानी चाहिए.
हलफनामे में पांच मुद्दे हैं, जिनमें 3 जनवरी 2017 को आमसभा बुलाया जाना. सीएस झा, आरके रंजन, पर्सनल नंबर 113451, जीतेंद्र कुमार मिश्रा, पर्सनल नंबर 159221 और सौभाग्य रंजन बेहरा पर्सनल नंबर 159221 को लेकर चुनाव समिति का गठन करने, को ऑप्शन का प्रस्ताव लाये जाने आदि को कमिटी मीटिंग में मंजूरी दिये जाने की बात बतायी गयी. इन प्रस्तावों को आमसभा में पारित कराने की भी बात कही गयी है. 27 सितंबर 2016 की कमिटी मीटिंग मात्र दो मिनट के अंदर समाप्त कर दी गयी थी, जिसमे केवल दो लाइन का प्रस्ताव लाया गया था.
पहला कि अब चुनाव का वक्त आ गया, अतः चुनाव की प्रक्रिया चालू की जाये और दूसरा कुछ लोगो ने झारखंड उच्च न्यायालय में चुनाव के लिए केस किया है अतः हमें भी वहां उपस्थित होना जरूरी है और इसमे जो खर्च होगा वह यूनियन को वहन करना पड़ेगा. दूसरे प्रस्ताव का मैंने, आरके पांडेय ने और जीपी जायसवाल सहित अनेक सदस्यों ने विरोध किया था जो पहले प्रस्ताव का ही हिस्सा है. श्री सिंह ने मांग की है कि तत्काल कमेटी मीटिंग बुलायी जाये.
आरोप गलत, हलफनामा सही कमेटी मीटिंग में डीके सिंह मौजूद नहीं थे. वे खुद जब नहीं आये थे तो कैसे गलत और सही को बताया जा रहा है. आरोप गलत है.
-एसएल दास, महासचिव जुस्को यूनियन