सीइएनएस के डायरेक्टर डॉ. जीयू कुलकर्णी ने बताया कि सीइएनएस निकट भविष्य में उन्नत ट्रांसलेशन गतिविधियों का मार्ग प्रशस्त करेगा और इस प्रकार यह हमें नैनोटेक उत्पादों की दिशा में बढ़त प्रदान करेगा. अपने संबोधन में टाटा स्टील के टीक्यूएम स्टील बिजनेस के प्रेसिडेंट आनंद सेन ने कहा कि टाटा स्टील ने नूतन ग्राफीन टेक्नोलॉजियों का उपयोग कर जंगरोधक समाधान विकसित करने के लिए सीइएनएस के साथ सहयोग किया है.
इस सेंटर में प्रारंभिक व परीक्षण स्तर के प्रोजेक्ट विकसित किये जायेंगे, जिसे न केवल टाटा स्टील, बल्कि टाटा ग्रुप की अन्य कंपनियां अपना सकती हैं. टाटा सन्स के ग्रुप चीफ टेक्नॉलॉजी ऑफिसर डॉ. गोपीचंद ने कहा कि सीइएनएस में एडवांस्ड मैटेरियल्स रिसर्च सेंटर बाजार अनुप्रयोग के लिए ग्राफीन समेत नैनो मैटेरियल का इस्तेमाल कर उत्पाद विकास के परीक्षण चरण को छोटा करने में लैब की मदद करेगा.