नियमत: जब उनका दस्तखत ही नहीं है, तो कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक में उनकी उपस्थिति कैसे माना जायेगा. बैंक से 3 लाख रुपये निकाले जाने की बात को यूनियन ने सिरे से खारिज किया है और कहा है कि जिसने यह गंभीर आरोप लगाया है, वे इसे साबित करें, अन्यथा है अपने पद से इस्तीफा दें. यूनियन का दावा है कि बैंक से इतनी बड़ी राशि निकालने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है. सदस्य कर्मचारियों को गुमराह कर चुनावी हवा बनाना चाह रहे है. यूनियन ने कर्मचारियों को आश्वस्त किया है कि बैंक से कोई पैसा नहीं निकला है. केवल चुनाव प्रक्रिया में बाधा डालना चाह रहे हैंं. जहां तक न्यायालय के निर्णय का सवाल है, तो यूनियन सदैव न्यायालय का सम्मान किया है और आज भी न्यायालय के फैसले को मानने को तैयार हैं.
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कोर्ट के आदेश का पालन करेंगे : जुस्को यूनियन
जमशेदपुर. विपक्ष के हमले झेल रही जुस्को श्रमिक यूनियन ने अपनी स्थिति को स्पष्ट किया है. यूनियन की ओर से प्रवक्ता श्रीकांत देव ने एक प्रेस बयान जारी कर यूनियन की स्थिति और दो दिनों के कमेटी मीटिंग को लेकर चल रहे हंगामे को लेकर स्थिति को साफ किया है. प्रवक्ता ने बताया है कि […]
जमशेदपुर. विपक्ष के हमले झेल रही जुस्को श्रमिक यूनियन ने अपनी स्थिति को स्पष्ट किया है. यूनियन की ओर से प्रवक्ता श्रीकांत देव ने एक प्रेस बयान जारी कर यूनियन की स्थिति और दो दिनों के कमेटी मीटिंग को लेकर चल रहे हंगामे को लेकर स्थिति को साफ किया है. प्रवक्ता ने बताया है कि यूनियन ने 27 सितंबर को कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक बुलाई थी, जिसमें चुनाव में जाने की जानकारी देते हुए जुस्को श्रमिक यूनियन के अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय ने सबों की सहमति भी ली तथा 28 सितंबर को पुन: कमेटी मीटिंग बुलाई गयी, जिसमें पिछली बैठक की संपुष्टि महासचिव एसएल दास ने की तथा कार्यकारिणी सदस्यों ने ध्वनिमत से पारित किया. 27 सितंबर की कमेटी में गोपाल जायसवाल, डीके सिंह, मोबिन खान तथा आरके पांडेय बैठक में उपस्थित हुए और रजिस्टर में हस्ताक्षर भी किये, जबकि 28 सितंबर को यूनियन आये जरूर, नाश्ता भी किया, पर रजिस्टर में हस्ताक्षर नहीं किये.
कमेटी मीटिंग में मेरी मौजूदगी पर जो लोग सवाल उठा रहे हैं, वह प्रमाणित करें. मीटिंग में हम थे, मेरे पास पूरा प्रमाण है. मैं चुनौती देता हूं कि यूनियन के अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय में दम है, तो खुली बहस कर लें. उनकी झूठ पकड़ी जायेगी. उन लोगों ने रजिस्टर को अपने कब्जे में रख लिया था, जिसमें अपने मन मुताबिक हस्ताक्षर करा रहे थे.
डीके सिंह, उपाध्यक्ष, जुस्को श्रमिक यूनियन
हस्ताक्षर करने का रजिस्टर तक हम लोगों को नहीं दिया गया. मीटिंग में हम लोग थे, जिसका तसवीर भी है. लिहाजा उनको यह प्रमाणित करना चाहिए कि हम लोग मीटिंग में नहीं थे.
गोपाल जासवाल, कमेटी मेंबर, जुस्को यूनियन
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