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बोनस वार्ता बहिष्कार पर निर्णय आज
जमशेदपुर : टाटा मोटर्स के कर्मचारियों को उनके मेहनत का इनाम सालाना बोनस 20 प्रतिशत दिलाने के लिए टेल्को वर्कर्स यूनियन के ऑफिस बियरर सोमवार को बैठक कर रणनीति बनायेंगे. कंपनी को इस साल 234 करोड़ का मुनाफा होने पर यूनियन ने 20 प्रतिशत बोनस की मांगा है. 11 दौर की वार्ता पर प्रबंधन 10.1 […]
जमशेदपुर : टाटा मोटर्स के कर्मचारियों को उनके मेहनत का इनाम सालाना बोनस 20 प्रतिशत दिलाने के लिए टेल्को वर्कर्स यूनियन के ऑफिस बियरर सोमवार को बैठक कर रणनीति बनायेंगे. कंपनी को इस साल 234 करोड़ का मुनाफा होने पर यूनियन ने 20 प्रतिशत बोनस की मांगा है. 11 दौर की वार्ता पर प्रबंधन 10.1 प्रतिशत बोनस देने का प्रस्ताव दिया है. इससे यूनियन के नेताओं के साथ कर्मचारियों में नाराजगी व्याप्त है. संभावना है कि यूनियन बोनस वार्ता का बहिष्कार करने पर निर्णय ले. इसके अलावा एफटीए (स्पेशल प्रोफेशनल अलाउंस ) का ब्योरा नहीं मिलने, पूजा के दौरान बसों का परिचालन सहित अन्य कई मामले उठ सकते हैं. सुबह साढ़े नौ बजे से होने वाली ऑफिस बियरर की बैठक हंगामेदार होने की संभावना है.
एफटीए पर यूनियन लेगी कड़ा स्टेप : एफटीए (स्पेशल प्रोफेशनल अलाउंस ) का पूर्ण ब्योरा यूनियन ने प्रबंधन से दो बार पत्र लिख मांग चुकी है, लेकिन प्रबंधन से जवाब नहीं मिला है. यूनियन नेताओं के बीच चरचा है कि टीएमए (जूनियर ऑफिसर ) रेटिंग अच्छी नहीं होने पर भी न्यूनतम 35-40 हजार से राशि बांटी गयी. ऊपर जाते-जाते राशि लाखों में पहुंची है. जब कंपनी के कर्मचारियों का वेतन, बोनस सार्वजनिक होता है,तो अफसरों को बांटी गयी एफटीए राशि सार्वजनिक की जाये.
सवालों के घेरे में आये अध्यक्ष
यूनियन के अध्यक्ष अमलेश कुमार बोनस वार्ता की दो बैठकों में शामिल नहीं होने से कमेटी मेंबरों के सवालों के घेरे में आ गये है. पुणे से लौटने के बाद वे बोनस वार्ता में नहीं जा रहे है. सवाल उठ रहे है कि अगर अध्यक्ष वार्ता से संतुष्ट नहीं थे या उनके ऊपर किसी तरह का दबाव है, तो उन्होंने ऑफिस बियररों को विश्वास में क्यों नहीं लिया. बिना किसी को बताये वार्ता में नहीं जाने के पीछे क्या कारण है. इससे पूर्व भी अध्यक्ष को लेकर कमेटी मेंबरों ने सवाल उठाया था. अध्यक्ष के नहीं जाने से अगर बोनस वार्ता प्रभावित हुई तो साल 2014 की घटना की पुनरावृत्ति हो सकती है. संभावना है कि ऑफिस बियरर इसे मुद्दा बना सकते हैं.
घाटे में 10% तो मुनाफा में उठी 20 % की मांग
टाटा मोटर्स कंपनी को 2014-15 में 4738.95 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान होने पर 10 प्रतिशत बोनस मिला था. इस बार मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में टाटा मोटर्स का एकीकृत शुद्ध लाभ 5177.06 करोड़ रुपये था. ब्रिटिश इकाई जेएलआर के मजबूत प्रदर्शन और भारी व मध्यम वाणज्यिक वाहनों की बिक्री में बढ़ोतरी के चलते कंपनी का मुनाफा बढ़ा. मार्च में समाप्त वित्त वर्ष में शुद्ध लाभ एकल आधार पर 234.23 करोड़ रुपये रहा. ऐसे में यूनियन कितना पर बोनस समझौता करा पाताहै. इस पर सबकी नजर लगी हुई है. इस बार कमेटी मेंबर, कर्मचारियों का भी कोई दबाव यूनियन पर जल्दी बोनस कराने के लिए नहीं है.
दुर्गा पूजा में बसों के परिचालन का उठेगा मामला
सोमवार की बैठक में दुर्गापूजा के दौरान कर्मचारियों को आने- जाने में परेशानी नहीं हो. यह मामला भी बैठक उठ सकता है. टाटा मोटर्स कंपनी में सेंट्रल ट्रांसपोर्ट की बसों से कर्मचारी आना-जाना करते हैं. पूजा के दौरान शाम छह बजे से ही शहर में मार्ग में बदलाव कर दिया जाता है. बी और नाइट शिफ्ट में कंपनी आने और छुट्टी से लौटने वाले कर्मचारियों को परेशानी होती है. पूजा के दौरान बसों का परिचालन किस तरह हो या दूसरा क्या विकल्प होगा.
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