परियोजना कर्मियों ने आरोप लगाया है कि शिक्षा सचिव ने पिछले आंदोलन के समय ही आश्वासन दिया था कि सभी परियोजना कर्मियों के वेतन बढ़ोतरी के साथ ही उन्हें कई अन्य लाभ दिया जायेगा. लेकिन इसे करीब 6 महीने के बाद भी धरातल पर नहीं उतारा जा सका. अपनी मांगें नहीं माने जाने पर आंदोलन जारी रहने की घोषणा की गयी है.
परियोजना कर्मियों के साथ ही जिले के पारा टीचर भी पड़ताल पर गये हैं, जिले से करीब 2347 शिक्षक हड़ताल पर हैं. इस हड़ताल का असर सीधे तौर पर नव प्राथमिक विद्यालयों पर पड़ रहा है. पारा टीचर के साथ ही सीआरपी-बीआरपी भी हड़ताल पर चले गये हैं. जिले के कुल 141 बीआरपी हड़ताल पर हैं.