घटना में कोई भी भूमिका नहीं है. एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उन्होंने कहा कि मो आफताब का डायमंड टूर एंड ट्रेवल्स का काम है, जिसके जरिये वह गाड़ियां उपलब्ध कराता है. घटना के दिन कारोबारी परिचित कदमा निवासी मुन्ना सिंह द्वारा भाड़े में गाड़ी उपलब्ध कराने के लिए उनके मित्र अफसर ने पोटका जाने के लिए गाड़ी की आवश्यकता जतायी थी.
उनके बेटे ने त्योहार पर ड्राइवर नहीं मिलने की बात कहते हुए जाने से असमर्थता जतायी. मित्र के अनुरोध पर बेटा जाने के लिए तैयार हो गया, लेकिन उसे मालूम नहीं था कि गाड़ी लेने वाले लोग शातिर गिरोह के हैं. उसने गाड़ी में पीली बत्ती लगाने पर भी आपत्ति जतायी था, जिस पर गाड़ी पर सवार लोगों ने साहब की गाड़ी खराब होने अौर सभी के सरकारी अधिकारी होने की बात कही थी.