यूनियन की ओर से बताया गया कि कई चालकों एवं सह-चालकों ने कंपनी से एडवांस लिए थे, जिसे चार माह में किश्त के रूप में अदा करने की शर्त थी, किंतु चालकों व सह चालकों के अधिकार के लिए गठित ड्राइवर हीरा राज की अध्यक्षता में सेंट्रल ट्रांसपोर्ट बस चालक एवं सह-चालक संघ के अस्तित्व में आते ही विपक्षी यूनियन के दबाव में प्रबंधन के लोगों ने भेदभाव कर कई चालकों के वेतन से आधी रकम काट ली. इस सूचना के बाद बुधवार को प्रबंधन के मोहम्मद इबरार एवं मोहम्मद अख़्तर से वार्ता के क्रम में यह तय हुआ कि सभी कामगारों के वेतन से काटी गयी रकम 48 घंटों के भीतर उनके अकाउंट में वापस कर दी जायेगी. संघ ने इस साल बोनस में 10 प्रतिशत इजाफे की मांग रखी है.
वार्ता के दौरान बीते एक वर्ष से अबतक कामगारों के बकाया 2250 रूपये के भुगतान में विलंब पर भी कड़ा विरोध दर्ज किया गया. प्रबंधन के लोगों ने आश्वस्त किया कि सितंबर माह में इस राशि का भुगतान कर दिया जायेगा. वार्ता में सेंट्रल ट्रांसपोर्ट प्रबंधन के मोहम्मद अख़्तर एवं मोहम्मद इबरार के अलावे संघ की ओर से अप्पू तिवारी, अंकित आनंद, विजय सिंह, सत्यम पांडेय, अध्यक्ष हीरा राज, गुरदीप सिंह, रामकेश्वर ओझा, सोनू कुमार, नीरज सिंह, संजीत साहू आिद उपस्थित थे.