श्री दुबे ने कहा कि विगत दिनों टाटा मोटर्स के टाउन मेंटेनेंस का ठेका जुस्को को दिया गया, जुस्को ने वहां 25-30 वर्षों से लगातार कार्यरत ठेका मजदूरों एवं सुपरवाइजरों को नियम विरूद्ध काम से बैठा दिया. मैंने वहां के आंदोलनरत मजदूरों का समर्थन किया. जुस्को के अधिकारी ने मुझसे मजदूरों का समर्थन न करने का आग्रह किया, मेरे मना करने पर मेरे भाई को बुलाकर मुझे मैनेज करने को कहा गया.
भाई ने जब मेरे किसी राजनैतिक या सामाजिक कार्य में दखलअंदाजी ना करने की बात सहयोग करने में असमर्थता जतायी तो जुस्को की ओर से तीन जुलाई को मौखिक रूप से सारे काम को बंद करवा दिया.
जब मेरे भाई द्वारा बकाया पेमेंट के विषय मे लिखा गया तो कंपनी ने जवाब में मेरे द्वारा किये जा रहे आंदोलन को कारण बताया. मेरे भाई के द्वारा कई पत्राचार किया जा रहा है, कम्पनी न तो पैसे दे रही है और न ही लिखित आश्वासन. ऐसा किसी राजनैतिक दबाव किया जा रहा है.
श्री दुबे ने कहा कि कंपनी द्वारा मेरे भाई को पेमेंट का भुगतान या लिखित आश्वासन के बाद ही वह कंपनी के क्वार्टर को हैन्डओवर करेगा.