इधर, डोर-टू-डोर जांच में फर्जीवाड़े का पता चला. इसके बाद जमशेदपुर अक्षेस ने दोषी छह लोगों को पैसे लौटने का नोटिस जारी किया.
फिर आरोपी छह अलग-अलग लोगों ने डॉफ्ट के माध्यम से छह-छह हजार रुपये की राशि विशेष पदाधिकारी को लौटायी है. जमशेदपुर अक्षेस प्रशासन शौचालय निर्माण की सभी जानकारी अॉनलाइन आदान-प्रदान की जा रही है, इसकी मॉनिटरिंग कई स्तर पर हो रही है, इस कारण फर्जीवाड़े को एक-एक करके पकड़ा जा रहा है. इससे पूर्व हेराफेरी के मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी की गयी थी.