वीएसएस नहीं लेने वाले कर्मचारियों को बोर्ड के फैसले का इंतजार.
जमशेदपुर : सोमवार को कोलकाता में टायो रोल्स के बोर्ड की बैठक होने जा रही है. बैठक पर कंपनी से वोलंेटरी सेपरेशन स्कीम (वीएसएस ) नहीं लेने वाले कर्मचारियों की नजरें टिकी हुई हैं.बोर्ड की बैठक के बाद कर्मचारियों के लिए फिर से वीएसएस आया, तो उसमें क्या बदलाव होगा, इसको लेकर कर्मचारी तरह-तरह के कयास लग रहे हैं.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गत दिनों टायो संघर्ष समिति महिला विंग की सदस्यों को कंपनी के बोर्ड मीटिंग का इंतजार करने की बात कही थी. इस दौरान महिलाओं ने सीएम से वीएसएस के पैकेज और मेडिकल, आवास में सुधार करने की मांग रखी थी. सीएम ने कर्मचारियों को बेसिक डीए का 70 से 80 प्रतिशत, आजीवन मेडिकल सुविधा मिलने, कंपनी से आवंटित आवास नौ माह की जगह तीन साल दिलाने का प्रयास किये जाने की बात कही थी. सीएम से मिले आश्वासन और सोमवार को बोर्ड के फैसले पर टायो के कर्मचारियों का भविष्य निर्भर है.
जबरन वीएसएस के खिलाफ डीसी से शिकायत : टायो के कर्मचारियों ने डीसी से शिकायत की है कि वोलंेटरी सेपरेशन स्कीम (वीएसएस ) लक्ष्य के अनुरूप नहीं होने पर स्कीम की तिथि समाप्त होने के बाद भी पूर्व की तिथि से प्रबंधन के वरीय अधिकारियों द्वारा जबरन दबाव बनाया जा रहा है.
डीसी से सोमवार को कर्मचारियों को ऑफिस आने की बात कहीं. इसकी जानकारी कर्मचारियों ने बैठक के दौरान दी. टायो संघर्ष समिति इस मामले में कानूनी सलाह लेगी.
200 ने वीएसएस लिया तो चलाये कंपनी : कर्मचारियों ने कहा कि प्रबंधन का दावा है कि 200 कर्मचारियों ने वोलंटरी सेपरेशन स्कीम (वीएसएस) ले लिया है. एेसे में कंपनी प्रबंधन को टायो कंपनी को फिर से चलाने पर विचार करना चाहिये.