घाटोटांड : झारखंड में घाटोटांडके मुखिया और प्रशासन कादबावकामआया और महज 1500 रुपये में बेचदी गयी नवजात फिर से अपनी मां के गोद में लौट आयी.बच्चे को खरीद कर सिमरिया तेलियाडीह ले गये केदार सावनेमंगलवारको पंचायत के मुखियानिर्मल महतो के समक्ष बच्चे को उसकी मां को सौप दिया. बच्चा लौट आने से इसकवायदमें जुटे सारेलोग खुश थे, लेकिनतंगीसे जुझ रही बिरहोर महिलाअानो देवी को अपने नवजात बच्चेको पालने की चिंता सता रही है. बिके हुए बच्चे को पा कर भी वह खुश नहीं है.
नवजात को गोद में लिए बेबस मां की पीड़ा उसके चेहरे पर साफ झलक रही थी. प्रभात खबर से बातचीत में उसने कहा कि घर से लेकर रिश्तेदार तक में उसकी मदद करनेवाला कोई नहीं है. वह जैसे-तैसे रस्सी, दातुन आदि बेच कर अपना व अपने बच्चों का पेट बड़ी मुश्किल से पालती है. एेसे में इस नवजात को पालना उसके लिए काफी परेशानी वाला काम है. उसने कहा कि वह बच्चे को संभालते हुए कैसे मेहनत-मजदूरी कर अपना व अपने अन्य बच्चों का पेट पाल सकेगी.
मां की इच्छा के मुताबिक बच्चे को गोद लिया जायेगा
इस बाबत पूछे जाने पर मांडू बीडीओ जय कुमार राम ने पीड़ित बिरहोर विधवा को हरसंभव सहायता प्रदान करने की बात कही. उन्हाेंने कहा कि बच्चे की मां के इच्छा के मुताबिक उस बच्चे को गोद ले लिया जायेगा. ताकि उसे बेहतर परवरिश मिल सके.