Advertisement
यूनियन नेताओं का किया श्राद्ध
टायो गेट. कर्मचारियों का दिखा आक्रोश, जूते-चप्पल से दी श्रद्धांजलि टायो कर्मचारियों ने यूनियन पर लगाया प्रबंधन की भाषा बोलने का आरोप. जमशेदपुर : टायो संघर्ष समिति के बैनर तले कंपनी के मजदूरों ने रविवार को कंपनी गेट पर प्रतीकात्मक रूप से मान्यता प्राप्त यूनियन के अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय व महासचिव विनोद राय का प्रतीकात्मक […]
टायो गेट. कर्मचारियों का दिखा आक्रोश, जूते-चप्पल से दी श्रद्धांजलि
टायो कर्मचारियों ने यूनियन पर लगाया प्रबंधन की भाषा बोलने का आरोप.
जमशेदपुर : टायो संघर्ष समिति के बैनर तले कंपनी के मजदूरों ने रविवार को कंपनी गेट पर प्रतीकात्मक रूप से मान्यता प्राप्त यूनियन के अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय व महासचिव विनोद राय का प्रतीकात्मक रूप से श्राद्ध कर व दरिद्रनारायण भोज आयोजित कर यूनियन के खिलाफ अपना आक्रोश प्रकट किया.
इससे पूर्व समिति के सदस्यों ने यूनियन नेताओं की तसवीरों पर जूतों की माला पहनायी. मौके पर कर्मचारियों ने एकजुटता बनाये रखने का संकल्प लिया. समानांतर यूनियन के अध्यक्ष एसएन सिंह ने कहा कि वर्तमान यूनियन प्रबंधन की भाषा बोल रही हैं.
एक तरफ कंपनी को बचाने के लिए संघर्ष की बात कहती है, दूसरी तरफ कर्मचारियों पर जबरन वीएसएस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. यूनियन कर्मचारियों को दिग्भामित कर रही है. ऐसी यूनियन का अब अंतिम संस्कार कर दिया है.
कर्मियों के परिजनों से मिले समानांतर यूनियन अध्यक्ष : टायो कंपनी के समानांतर यूनियन के अध्यक्ष एसएसन सिंह, महामंत्री टीआर पांडेय सहित यूनियन के अन्य नेता कर्मचारियों के परिजनों से मिले और कंपनी को बचाने के लिए निर्णायक लड़ाई लड़ने का बात कहीं.
यूनियन नेता की पुत्री का इस्तीफा चरचा का विषय :मान्यता प्राप्त यूनियन के एक नेता की पुत्री का इस्तीफा कंपनी ने लौटा दिया. इससे कर्मचारियों में आक्रोश है. उनका कहना है कि एक ओर मान्यता प्राप्त यूनियन के नेता और कंपनी प्रबंधन कर्मचारियों पर वीएसएस लेने के लिए दबाव दे रहे हैं. दूसरी तरफ यूनियन नेता एवं उनके चेहते वीएसएस नहीं ले रहे हैं. यह दोहरा मापदंड कर्मचारी बरदाश्त नहीं करेंगे.
श्राद्ध भोज में शामिल हुए टायो कर्मचारी
गम्हरिया. टायोकर्मियों ने रविवार को टायो वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष व महामंत्री का प्रतीकात्मक श्राद्धभोज आयोजित किया. उसके बाद दरिद्र नारायण भोज का आयोजन किया गया. कर्मचारियों को भी श्राद्धभोज खिलाया गया. इस दौरान शैलेश तिवारी,अजय शर्मा, घनश्याम प्रसाद, एसपी सिंह, जीपी महतो, आलोक, अमित लाल, केके सिंह, डीके सिंह व शंकर महतो आदि उपस्थित थे.
उठने लगी जमीन वापसी की मांग
टायो कंपनी के बंद होने के बाद जमीनदाता जमीन वापसी की मांग उठाने लगे हैं. टायो कंपनी शुरू करने के लिए चार मौजा के रैयतों ने लगभग 350 एकड़ जमीन 1962-63 में कंपनी को दी थी. कंपनी खुलने पर हजारों लोगों को रोजगार, स्कूल, चिकित्सा और क्षेत्र के विकास को देखते हुए जमीन दी थी. जमीनदाता कहते हैं कि उस समय एक एकड़ जमीन के लिए दो हजार रुपये और कंपनी में एक आश्रित को स्थायी नौकरी दी गयी. वर्तमान में जिस जगह पर कंपनी चल रही है. रैयतधारी उस जमीन पर आम, अमरूद, कटहल, केला, संतरा, बेल का बगीचा लगाते थे. जब कंपनी बंद हो जायेगी तो पुन: रैयतों को जमीन वापस कर दी जाये.
कैसे करूंगा परिवार का भरण- पोषण : जीपी महतो
टायो कंपनी के कर्मचारी जीपी महतो के पिता स्वर्गीय सनातन महतो ने अपनी रैयती जमीन कंपनी को दी थी. 1968 में वे कर्मचारी के तौर पर कंपनी में बहाल हुए. उनके पुत्र जीपी महतो ने बताया कि 25 फरवरी 1986 को उनके पिता की कार्य के दौरान कंपनी परिसर में ही दुर्घटना में मौत हो गयी. अनुकंपा पर उन्हें नौकरी मिली. अब कंपनी भी बंद हो रही है. जमीन भी नहीं रही. आखिर परिवार का भरण- पोषण कैसे होगा.
चंदा रोकने के लिए 132 कर्मचारियों ने सौंपा पत्र
टायो की मान्यता प्राप्त यूनियन से इस्तीफा देकर 132 कर्मचारियों ने यूनियन का चंदा बंद करने के लिए लेबर कमिश्नर सह रजिस्ट्रार को पत्र भेजा है. चरचा है कि रजिस्ट्रार ने कंपनी के एचआर को पत्र जारी कर यूनियन की मान्यता पर सवाल उठाया है. कंपनी सूत्रों के अनुसार प्रबंधन ने यूनियन नेताओं से इस संबंध में बुलाकर बात की है. मान्यता प्राप्त यूनियन के 196 में से अब तक 140 सदस्य इस्तीफा दे चुके हैं. मात्र 56 सदस्य बच गये हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement