प्राकृतिक जीव-जंतु, पेड़-पौधे की सुरक्षा हमारे स्वस्थ जीवन के साथ जुड़ी हुई है. विशु शिकार पर्व में पारंपरिक हथियार को छोड़ किसी प्रकार का जाल, बंदूक व नशीली दवा के साथ पकड़े जाने पर वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जायेगी.
वन प्रमंडल पदाधिकारी दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी मानगो, सभागार में विशु शिकार पर्व को लेकर रविवारको आयोजित बैठक में बोल रहे थे. बैठक में दलमा वन पदाधिकारी, सेंदरा समिति, इको विकास समिति के अलावा जनप्रतिनिधि शामिल हुए. बैठक आगामी 15-16 मई को होने वाले महापर्व (संेदरा) को लेकर बुलायी गयी थी.
इस मौके पर कमलेश कुमार पांडे ने कहा कि दलमा का पानी डिमना डैम में समा जाता है. पानी को पहाड़ पर रोकने का काम चल रहा है ताकि उसका उपयोग किया जा सके. कार्यक्रम को दलमा के पूर्व रेंजर मंगल कच्छप, रेंजर आरपी सिंह, फकीर चंद्र सोरेन, जिला परिषद सदस्य पिंटू दत्ता, प्रोफेसर पंचानंद दास, पंचायत समिति सदस्य मंगल सिंह, निलमनी वास्के आदि ने भी संबोधित किया. सभी आगंतुकों ने वन व वन्य जीव के रक्षा की वकालत की.