उनसे पंचायत के स्वरूप, कार्य करने के तरीके के बारे जाना. उसके बाद वे मनरेगा योजना से बन रहे तालाबों को भी देखा. वे समूचे देवघर गांव में घुमे व घर की बनावट व रहन-सहन आदि को भी देखा. डेलिगेट्स ने बताया कि पंचायत में पंचायत का स्वरूप छोटा होता है.
इससे उन्हें पंचायत क्षेत्र में कार्य करने में ज्यादा परेशानी नहीं होती है. यहां एक-एक पंचायत को 14-15 गांवों का व 5 हजार की आबादी सुनकर सोच में पड़ गये. उन्होंने इतने बड़े क्षेत्र में काम करने के बारे में पंचायत प्रतिनिधियों से पूछकर अपनी जिज्ञासा को दूर किया. डेलिगेट्स भिलाई स्थित सबर टोली में भी गये. वे सबर परिवारों मिले व उनसे सरकार की ओर से मिलने वाली योजना के बारे में जानकारी ली. पंजाब से आये डेलिगेट्स झारखंड की गांव की व्यवस्था को देख व जानकर कर काफी खुश हुए. डेलिगेट्स के साथ पंचायत का दौरा करने वालों में प्रखंड प्रमुख- रवींद्रनाथ सिंह, जमशेदपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी पारूल सिंह, जिला परिषद पिंटू दता, मुखिया ज्योत्सना सिंह, पंसस कराकड गौड़, भारती समेत अन्य शामिल थे.