जमशेदपुर: टाटा समूह के चेयरमैन साइरस मिस्त्री ने समूह की कंपनियों के बीच खुलेपन की संस्कृति व संसाधनों की पूलिंग पर जोर दिया है. नये साल पर समूह की कंपनियों के कर्मचारियों के नाम जारी संदेश में श्री मिस्त्री ने कहा कि मंदी के इस दौर में जरूरत इस बात की है कि संसाधनों का बेहतर तरीके से उपयोग किया जाये. नये सिरे से बिजनेस मॉडल को स्थापित किया जाये.
भारत और यूरोप के हालात पर चिंता जताते हुए श्री मिस्त्री ने कहा कि वर्तमान में नयी खोज, तकनीकी प्रबंधन और उपभोक्ताओं की जरूरत पर ध्यान देने से ही कंपनी के हालात में सुधार होंगे. श्री मिस्त्री ने कहा कि टाटा की प्रत्येक कंपनी की विशिष्टता की समीक्षा के बाद प्रत्येक को उस तरीके से देखा जाना चाहिए जो उसकी विशिष्टता के बारे में अधिक बताती हो. समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा की विरासत को आगे बढ़ाने की वकालत करते हुए श्री मिस्त्री ने कहा कि बीते वर्ष में ऐसा कारोबारी माहौल देखने को मिला जो उतार-चढ़ाव व अनिश्चितता से भरपूर था. अब समय आ गया है जब हमें अपनी कुछ रणनीतियांे पर नए सिरे से देखने की जरूरत होगी.
टाटा समूह की परिचालन वाली 100 कंपनियांे के बीच और अधिक आपसी तालमेल की वकालत करते हुए सायरस मिस्त्री ने कहा कि समूह ने अपने मानक खुद तय किये हैं, जिसमें कंपनी ने यह साबित किया है कि यह कंपनी सिर्फ बिजनेस ही बेहतर तरीके से नहीं करती है बल्कि समाज की बेहतरी के बारे में भी सोचती है. उन्होंने सारे स्टेक होल्डरों पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया.