जमशेदपुर: सरस 2. 0 सॉफ्टवेयर के प्रयोग पर रोक लगाने और अभिभावकों की उपस्थिति में मैनुअल तरीके से नामांकन कराने की मांग को लेकर जमशेदपुर अभिभावक संघ का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल से मिला. प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अध्यक्ष डॉ उमेश कुमार कर रहे थे. डॉ उमेश ने बताया कि उपायुक्त ने कहा कि वे इस मुद्दे पर सभी बिंदुओं का अध्ययन कर रहे हैं.
गुरुवार के बाद बैठक कर निर्णय लेंगे. उपायुक्त को बताया गया कि पिछले साल की तरह इस साल भी स्कूलों द्वारा अगर लॉटरी कर दी गयी तो फिर क्या होगा. डॉ उमेश ने उपायुक्त को बताया कि पिछले साल तक स्कूलों द्वारा पहले लॉटरी कर दी जाती थी और उसके बाद प्रशासन को सूचना दी जाती थी. इस पर उपायुक्त ने कहा कि बिना उनके आदेश के किसी स्कूल में लॉटरी नहीं होगी, अगर लॉटरी होती है तो वह अमान्य होगी और उसे रद्द किया जायेगा.
उपायुक्त को 19 दिसंबर को सर्वोच्च न्यायालय के आदेश एवं मानव संसाधन विकास मंत्रलय के गाइड लाइन की प्रति दी गयी थी.सोमवार को प्रिंसिपल सेक्रेटरी मृदुला सिन्हा द्वारा दिये गये आदेश की प्रति भी दी गयी. डॉ उमेश ने बताया कि वर्ष 2012 में सरस 2. 0 सॉफ्टवेयर की विश्वसनीयता पर जांच के बाद प्रश्न चिन्ह लग चुका है. इसके बावजूद स्कूल प्रबंधन द्वारा सरस 2. 0 सॉफ्टवेयर पर नामांकन कराने का जोर दिया जा रहा है.