जमशेदपुर: उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल ने निरीक्षण में पाया कि शिक्षकों की सेवा पुस्तिका उनके नियुक्ति पदाधिकारी जिला शिक्षा अधीक्षक(डीएसइ) या प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी( बीइइअो) के पास नहीं रह कर शिक्षकों के पास ही रहती है. उपायुक्त को शिक्षक स्थानांतरण के दौरान सेवा पुस्तिका शिक्षकों के पास ही रहने की जानकारी मिली थी, जिसके […]
जमशेदपुर: उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल ने निरीक्षण में पाया कि शिक्षकों की सेवा पुस्तिका उनके नियुक्ति पदाधिकारी जिला शिक्षा अधीक्षक(डीएसइ) या प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी( बीइइअो) के पास नहीं रह कर शिक्षकों के पास ही रहती है. उपायुक्त को शिक्षक स्थानांतरण के दौरान सेवा पुस्तिका शिक्षकों के पास ही रहने की जानकारी मिली थी, जिसके संबंध में उन्होंने जानकारी ली थी, तो बताया गया कि सेवा पुस्तिका बीइइअो के पास है.
दस दिन पूर्व उपायुक्त ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग कर एक दिन का समय देते हुए सभी बीइइअो से उनके पास मौजूद सेवा पुस्तिका की जानकारी मांगी थी, जिसमे मात्र सौ-दो सौ सेवा पुस्तिका होने की बात सामने आयी थी. उपायुक्त ने पाया कि सेवा पुस्तिका शिक्षकों के पास रहने से ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (एचआरएमएस) सॉफ्टवेयर में इंट्री डेटा पर प्रश्नचिह्न उठता है. सभी सेवा पुस्तिका डीएसइ को वापस करने तथा उन्होंने एचआरएमएस को विश्वसनीय बनाने के लिए सेवा पुस्तिका को डिजिटल लॉकर में रखने का निर्णय लिया गया. निरीक्षण के दौरान आरडीडीइ रजनी कांत वर्मा, जिला शिक्षा अधीक्षक इंद्रभूषण सिंह तथा डीएसइ अॉफिस के सभी कर्मचारी मौजूद थे. शिक्षकों की सेवा पुस्तिका वापस लेने, उसे डिजिटल लॉकर में रखने, एचआरएमएस को विश्वसनीय बनाने के निर्णय से उपायुक्त ने शिक्षा सचिव को अवगत करा दिया है.
उपायुक्त ने निरीक्षण के दौरान नियुक्त पत्र लाने का निर्देश दिया. एक क्लर्क बंडल लेकर आया जिस पर उपायुक्त ने पूछा कि कितने नियुक्ति पत्र हैं, तो उसने कहा कि नहीं मालूम. उसने बताया कि लगभग साढ़े छह सौ. उपायुक्त ने कहा कि लगभग से नहीं चलेगा. उपायुक्त ने कहा कि निरीक्षण के एक माह पूर्व सूचना दे देने के बावजूद कई कागजात उपलब्ध नहीं थे अौर व्यवस्था अस्त- व्यस्त थी.
बिना काॅन्ट्रैक्ट नवीकरण के काम कर रहे हैं पारा टीचर.
पारा टीचर के मुद्दे पर उपायुक्त ने पाया कि सभी प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए संबंधित संस्थाअों को भेज दिये गये हैं. वहां पदाधिकारी प्रतिनियुक्त कर एक माह में सत्यापन रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है. पारा टीचरों का लंबे समय से स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के साथ काॅन्ट्रैक्ट नवीकरण नहीं हुआ है अौर वे काम कर रहे हैं. नये वित्तीय वर्ष में काॅन्ट्रैक्ट को अनिवार्य रूप से नवीकरण करने का निर्देश दिया गया.