परमिट व बिक्री में व्यापारियों ने दिखाया फर्क
जमशेदपुर : सेल्स टैक्स विभाग की राज्यस्तरीय चली जांच में करोड़ों की हेराफेरी और कम टैक्स भुगतान का मामला सामने आया है. सेल्स टैक्स की आयुक्त सह सचिव निधि खरे की ओर से करायी गयी जांच में कई खुलासे हुए हैं. बताया जाता है कि कई लोगों ने लाखों का परमिट तो निकाला है, लेकिन जब रिटर्न दाखिल करने की बारी आयी तो शून्य या किसी तरह का कोई कारोबार नहीं होने की बात कही है.
जांच में करोड़ों की हेराफेरी का मामला सामने आया है. इसके बाद सेल्स टैक्स विभाग ने कोल्हान के 30 से ज्यादा कारोबारियों और उद्यमियों के ऑनलाइन का परमिट ही रोक दिया है और सरवर से ही उनके सारे कामकाज को रोक दिया है. उनका लॉगइन लॉक कर दिया गया है, इससे ऐसे व्यवसायियों और कारोबारियों का कारोबार ठप हो गया है. अब संयुक्त आयुक्त के दफ्तर से लेकर सारे स्थानों पर ऐसे कारोबारी चक्कर काट रहे हैं.
लाखों रुपये जमा किये गये
इस कार्रवाई के बाद सेल्स टैक्स विभाग के राजस्व वसूली में भी बढ़ोतरी हुई है. लाखों रुपये इस कड़ी में जमा हो चुके हैं और कई लोगों ने भुगतान करने का आश्वासन दिया है.
आयुक्त सह सचिव 13 को करेंगी समीक्षात्मक बैठक
आयुक्त सह सचिव निधि खरे हर प्रमंडल का दौरा कर रही हैं. 13 जनवरी को वह जमशेदपुर आ रही हैं. वे यहां के पदाधिकारियों के साथ विभागीय समीक्षा करेंगी.