जमशेदपुर: राज्य में आइटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) के नाम कई कंपनियों व टैक्सदाताओं ने सरकार से करोड़ों रुपये का भुगतान करा लिया. सेल्स टैक्स विभाग के हेडक्वार्टर की जांच में उक्त मामला सामने आया है. इसके आधार पर सभी पर पेनाल्टी लगायी गयी है. इस पेनाल्टी की वसूली के लिए क्या किया जा रहा है, इसकी प्रगति रिपोर्ट राज्य सरकार ने तलब की है. इसे लेकर राज्य की सचिव सह आयुक्त (सेल्स टैक्स) निधि खरे ने सभी प्रमंडलीय संयुक्त आयुक्त को एक पत्र भेजा है, ताकि इसकी वसूली सुनिश्चित की जा सके.
इसके बाद उसी कच्चा माल से टैक्स देने वाली कंपनी ने अपने प्लांट में गाड़ी तैयार कर बेचा, तो उस पर भी टैक्स का भुगतान किया. इस पर 50 रुपये कंपनी ने टैक्स दिया. वैट के प्रावधान के तहत किसी को एक ही प्वाइंट पर टैक्स देना होता है, जो कच्चा माल पर लगे टैक्स से तैयार हुए माल पर लगे टैक्स को घटाना पड़ता है. ऐसे में 100 रुपये के टैक्स को 50 रुपये से घटाया गया तो 50 रुपये सरकार की ही देनदारी निकल गयी. इसकी जब जांच की गयी, तो उसमें कई सारी त्रुटियां पायी गयी. आइटीसी के नाम पर विभिन्न कंपनियों ने सरकार से ही पैसे ले लिये.