जमशेदपुर: टाटा रेलवे कॉलोनियों में ओवरफ्लो और पाइप लीकेज के कारण रोजाना हजारों गैलन पानी सड़कों पर बह जाता है. रेल क्वार्टरों की पानी टंकी का सेफ्टी वॉल्व खराब या चोरी होने से पानी सड़कों पर बह जाता है. इस पानी से लोग गाड़ी, जानवर समेत अन्य सामान धोते हैं. वहीं स्थानीय होटल व दुकानवाले इस पानी का इस्तेमाल करते हैं. दूसरी अोर टाटानगर की विभिन्न रेलवे कॉलोनियों में पाइप फटने (लिकेज) से दिनभर रेल कॉलोनी की सड़कों पर पानी बहता रहता है. इससे सड़क पर कीचड़ फैल जाता है.
जून में लगा था सेफ्टी वॉल, ज्यादातर चोरी हुए : रेलवे वाटर डिपार्टमेंट के मुताबिक टाटानगर के रेलवे कॉलोनियों के दर्जनों बिल्डिंग व हजारों क्वार्टरों के पानी में टंकी में जून (2015) में सेफ्टी वॉल्व लगाया था. इसमें अधिकांश चोरी हो गया है.
टाटा वाटर डिपार्टमेंट ने सेफ्टी पेनाल्टी लगाने के संबंध में एक रिपोर्ट चक्रधरपुर डिवीजन मुख्यालय में भेजी है. वाटर डिपार्टमेंट ने पानी की बरबादी रोकने के लिए रेलकर्मी को जागरूक होने का अनुरोध किया है. अाखिर सेफ्टी वॉल्व रेलकर्मी के घर के उपर से कैसे गायब हो रहा है. पानी की बर्बादी न हो, यह उनकी भी जिम्मेवारी है.