जमशेदपुर: यूनिसेफ झारखंड में गांव-गांव से कुपोषण समेत अन्य सामाजिक कुरीतियां दूर करने के लिए कम्युनिटी रेडियो की मदद लेगा. इसकी शुरुआत पूर्वी सिंहभूम से होगी. यह जानकारी यूनिसेफ के राज्य प्रमुख जॉब जकारियाह ने दी. निर्मल गेस्ट हाउस में हुए प्रेस कांफ्रेंस में श्री जकारियाह ने बताया कि कम्यूनिटी रेडियो के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध कराये जा चुके हैं. सरकार ने स्थान भी उपलब्ध करा दिया है. 300 वोलेंटियर, 10 रिपोर्टर को तैनात किया गया है. 460 प्रोग्राम बनाये जा चुके हैं. कम्यूनिटी रेडियो के जरिये 138 गांवों तक संदेश पहुंचाया जायेगा. श्री जकारियाह ने बताया कि अभी इसके लिए लाइसेंस नहीं मिल सका है.
इसकी प्रक्रिया चल रही है, जिसे छह माह में पूरा कर लेने की उम्मीद है. पोटका, घाटशिला, डुमरिया समेत आसपास के इलाके को इससे जोड़ा जा रहा है. प्रेस कांफ्रेंस में रॉबर्ट एंथोनी और संध्या भी मौजूद थे.
जन्म के बाद बच्चे को 1000 दिन तक दें पौष्टिक आहार
श्री जकारियाह ने कहा कि झारखंड में छह फीट से ऊपर के लोग क्यों नहीं मिलते हैं, इसके बारे में किसी ने सोचा है. लोग कहेंगे कि यह खानदानी चलता है, पर ऐसी बात नहीं है. बच्चे के पैदा होने के बाद उचित खान-पान नहीं मिलने के कारण उसकी ऊंचाई नहीं बढ़ती है. इसके लिए जरूरी है कि बच्चे को पैदा होने के बाद 1000 दिन तक पौष्टिक आहार मिले. 1000 दिन बाद आप कुछ भी कर लें, बच्च कभी भी लंबा या हृष्ट-पुष्ट नहीं हो सकता.
एक्सएलआरआइ का साथ
यूनिसेफ एक्सएलआरआइ के सहयोग से यह काम करेगा. इस संबंध में जॉब जकारियाह के साथ संस्थान के निदेशक फादर इ अब्राहिम की मुलाकात हुई है.