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एनएच किनारे गांवों में रहा उत्सव सा माहौल (मनमोहन 1 से 12)

एनएच किनारे गांवों में रहा उत्सव सा माहौल (मनमोहन 1 से 12) – होटलों में पसरा रहा सन्नाटा, ग्रामीणों में दिखा खासा उत्साह – गांव से बूथ की तरफ जाने वाले रास्ते में रही चहल-पहल वरीय संवाददाता, जमशेदपुरआम दिनों में गुलजार रहने वाले एनएच किनारे के होटलों में शनिवार को सन्नाटा पसरा हुआ था. पंचायत […]

एनएच किनारे गांवों में रहा उत्सव सा माहौल (मनमोहन 1 से 12) – होटलों में पसरा रहा सन्नाटा, ग्रामीणों में दिखा खासा उत्साह – गांव से बूथ की तरफ जाने वाले रास्ते में रही चहल-पहल वरीय संवाददाता, जमशेदपुरआम दिनों में गुलजार रहने वाले एनएच किनारे के होटलों में शनिवार को सन्नाटा पसरा हुआ था. पंचायत चुनाव को लेकर ज्यादातर होटल बंद थे, जो खुले भी हुए थे उनमें लोग कम थे. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में उत्सव जैसा माहौल था. गांव से बूथ की ओर जाने वाले रास्ते में दिनभर लोगों का आना-जाना ऐसे लगा रहा, मानो उत्सव लगा हो. हो भी क्यों ना लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव ‘चुनाव’ था. लोगों ने खुलकर अपने मत का प्रयोग किया. होटल मालिक और चुनाव में जिला परिषद के प्रत्याशी पिंटू दत्ता ने बताया कि कर्मचारी नहीं थे, इसके कारण वे ज्यादा देर तक होटल नहीं खोल पाये. भिलाई पहाड़ी : तीन बूथ पर दो सिपाही, प्रत्याशियों की मनमानीचुनाव आयोग भले ही कड़ी सुरक्षा के दावे करता है, लेकिन शनिवार को चुनाव के दौरान हकीकत कुछ और ही दिखा. कई बूथों पर सुरक्षा में सिर्फ एक सिपाही या एक होमगार्ड तैनात थे. दलमा स्थित देवघर पंचायत के भिलाई पहाड़ी मध्य विद्यालय में तीन बूथ थे, लेकिन वहां सिर्फ दो सिपाही तैनात थे. वह भी सिर्फ लाठी के साथ. ऐसे बूथों पर पीठासीन पदाधिकारी निरीह जैसे दिख रहे थे. वहां के प्रत्याशी बूथ के अंदर भी प्रचार कर रहे थे. वहीं लोगों को मतदान करने के लिए विवश कर रहे थे. उनके एजेंट मनमानी कर रहे थे. इस दौरान हल्की नोकझोंक भी होती रही. हालांकि एनएच पर पुलिस तैनात थी. गोपनीयता का नहीं था ख्यालकई बूथों पर पीठासीन पदाधिकारी महिलाओं की अंगुली पकड़कर मुहर लगवा रहे थे. भिलाईपहाड़ी उत्क्रमित विद्यालय इसी तरह का नजारा दिखा. प्रत्याशियों ने बांटे चाय व नाश्ता एनएच के किनारे स्थित सिमुलडांगा उत्क्रमित उच्च विद्यालय का मतदान केंद्र, प्राथमिक विद्यालय बेताकोचा सहित कई बूथों पर एक कॉमन दिखी. ज्यादातर लोग‍ बिना नाश्ता किये वोट डालने पहुंचे थे. इस दौरान बीच रास्ते में प्रत्याशी उनको चाय और नाश्ता करा रहे थे. यही हाल राजीव गांधी सेवा केंद्र पंचायत सचिवालय के पलासबनी और प्राथमिक विद्यालय टेंगरागोड़ा का भी था. कई मतदान केंद्रों पर चना और गुड़ बंटा. शिलपहाड़ उत्क्रमित विद्यालय में प्रत्याशी अपने पक्ष में मतदान कराने के लिए नाश्ता का पैकेट बांट रहे थे. उम्र और नि:शक्ता नहीं आयी आड़े, जमकर पड़े वोटदलमा पहाड़ियों के नीचे के गांवों के मतदाता में काफी जोश था. वोट करने चार किलोमीटर पैदल चलकर बुजुर्ग बूथ पर पहुंचे थे. कई विकलांग वोट डालने के लिए मतदान स्थल तक पहुंचे थे. मतपत्रों को लेकर परेशान रहे मतदातामतदाताओं में तीन परचा को लेकर ऊहापोह की स्थिति रही. कौन सा परचा किसका है, यह जानकारी नहीं हो पा रही थी. कई बार पीठासीन पदाधिकारी ने मदद की. चूंकि मतदान केंद्रों पर काफी भीड़ थी, इस कारण ज्यादा देर के लिए एक मतदाता को वोट डालने वाला स्थान नहीं दिया जा सका.

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