नक्सल इलाकों से निकली प्रतिभायेंफ्लैग : टीएसआरडीएस : मनोहरपुर व झाटीझरना इलाके में बच्चे ले रहे फुटबॉल की ट्रेनिंगटाटा स्टील के सीएसआर के तहत बनाये गये फुटबॉल फीडर सेंटरलाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुरझारखंड में नक्सल प्रभावित कई ऐसे इलाके हैं, जहां आम जनजीवन भी पूरी तरह बाधित है. लेकिन इन इलाकों से फुटबॉल के प्रतिभावान खिलाड़ी निकलकर आये, यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है. टाटा स्टील के सीएसआर के तहत नक्सल प्रभावित मनोहरपुर और घाटशिला से सटे झाटीझरना में टीएसआरडीएस ने फुटबॉल फीडर सेंटर स्थापित किया है. यहां 25-25 ग्रामीण बच्चें ट्रेनिंग ले रहे हैं. इन खिलाड़ियों को टीएसआरडीएस की ओर से किट और कोचिंग की सुविधा दी जा रही है. टीएसआरडीएस झारखंड और ओड़िशा में कुल 30 जगहों पर फीडर सेंटर स्थापित कर ग्रामीण फुटबॉल प्रतिभा को निखारने व उसको लाइमलाइट देने की कोशिश में जुटा है. विकास व बासेट ने टीएफए में बनायी जगह2012 में टाटा फुटबॉल एकेडमी के डायरेक्टर रहे एमआर भल्ला ने पहली बार तीन ट्रेनिंग सेंटर गुरमा, कोलाबिरा व करनडीह के साथ अंडर-10 फुटबॉल प्रतियोगिता की शुरुआत की थी. तीन वर्षों में सीएसआर के कौशल अहमद की कोशिश से आज 30 अलग-अलग फीडर सेंटर हैं. फीडर सेंटर से ही विकास बालमुचू और बासेट हांसदा जैसे खिलाड़ी निकलकर सामने-आये और टीएफए में जगह बनायी. वहीं, फीडर सेंटर के पांच खिलाड़ी संजय मुुर्मू, आकाश सिंह, सोमाइ मार्डी, चेतन व लक्ष्म बास्के जैसे खिलाड़ी वर्तमान में चल रहे एआइएफएफ अंडर-15 आइलीग में खेल रहे हैं. अंडर-10 प्रोग्राम के चार खिलाड़ी दानापुर कैंट मेंअंडर-10 फीडर सेंटर प्रोग्राम के चार खिलाड़ी समीर मुर्मू, आजाद कर्मकार, बुद्धू मार्डी व जयराम हेंब्रम का चयन दानापुर कैंट के लिए हुआ है. दानापुर कैंट इन खिलाड़ियों को ट्रेनिंग के साथ-साथ नौकरी भी देगी. फिलहाल यह सभी खिलाड़ी 18 वर्ष से कम आयु के हैं, और कैंट में ट्रेनिंग ले रहे हैं. बच्चों को खेल का वातावरण व मुझे रोजगार मिला : दुर्योधन झाटीझरना फीडर सेंटर के कोच दुर्योधन ने कहा कि हम लोग जिस इलाके से आते हैं, वहां खेल के नाम पर कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि फीडर सेंटर की पहल से बच्चों को खेल का वातावरण व मुझे रोजगार मिला है. प्रतिभाओं को मिले प्लेटफाॅर्म : मो कौशरअंडर-10 फुटबॉल के मुख्य संचालक मो कौशर ने कहा कि टीएसआरडीएस का मुख्य उद्देश्य प्रतिभाओं को तराशना व उनको सही दिशा देना है. उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों से चल रहे इस फीडर सेंटर कार्यक्रम के तहत बच्चों को अभ्यास करने की जगह मिली है. इससे उनकी प्रतिभा उभरकर सामने आयेगी. उन्होंने कहा कि टीएसआरडीएस फुटबॉल के माध्यम से नक्सल प्रभावित व पिछड़े युवकों को मुख्य धारा से जोड़ने की कोशिश कर रहा है. ————सिमुलडांगा ने मनोहरपुर को दी मातटाटा स्टील खेल विभाग की ओर से बुधवार को आर्मरी ग्राउंड में आयोजित अंडर-10 फुटबॉल प्रतियोगिता में सिमुलडांगा ने मनोहरपुर को 1-0 से मात दे दी. दूसरी ओर केपीओ नाकडाई ने जोडा को, जोगा बामेबारी ने केपीओ मिरगीचेरा को और मुसरीकुदार ने बराचीरुआ को हरा दिया. दिन के अन्य मैचों में बाराघाट ने कलिकपुर को 2-0 से, झाटीझरना ने पुंसा को 1-0 से और बमनीपाल ने सरमालिया को मात दी. वहीं, इससे पहले प्रतियोगिता का उद्घाटन टाटा स्टील के वीपी (सीएस) सुनील भास्करन ने किया. मौके पर सीएसआर के चीफ बीरेन भुटा, टीएफए के डायरेक्टर मुकुल विनायक चौधरी व मो कौशल मौजूद थे. प्रतियोगिता में 30 फीडर सेंटर के 750 बच्चे भाग ले रहे हैं. प्रतियोगिता का समापन गुरुवार को होगा.
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नक्सल इलाकों से निकली प्रतिभायें
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