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नेपाली सेवा समिति में सत्यनारायण पूजा की तैयारी असंपादित

नेपाली सेवा समिति में सत्यनारायण पूजा की तैयारी असंपादित संवाददाता.जमशेदपुर25 नवंबर को नेपाली सेवा समिति में सत्यनारायण पूजा का आयोजन होगा. इसको लेकर गोलमुरी स्थित नेपाली सेवा समिति में तैयारी शुरू हो चुकी है. पूजा के पहले समिति परिसर व प्रांगण में स्थित पशुपति नाथ मंदिर में विद्युत सज्जा एवं सत्यनारायण पूजा पंडाल की तैयारी […]

नेपाली सेवा समिति में सत्यनारायण पूजा की तैयारी असंपादित संवाददाता.जमशेदपुर25 नवंबर को नेपाली सेवा समिति में सत्यनारायण पूजा का आयोजन होगा. इसको लेकर गोलमुरी स्थित नेपाली सेवा समिति में तैयारी शुरू हो चुकी है. पूजा के पहले समिति परिसर व प्रांगण में स्थित पशुपति नाथ मंदिर में विद्युत सज्जा एवं सत्यनारायण पूजा पंडाल की तैयारी व सज्जा विशेष रूप से किया जायेगा. साथ ही समिति प्रांगण में सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए स्टेज का निर्माण किया जा रहा है. ढाई बजे से होगा पूजा प्रारंभ समिति के परिसर में पंडित खेमलाल पांडेय पूजा संपन्न करायेंगे. पूूजा, हवन, आरती में समाज के चयनित दंपत्ति यजमान के रूप में बैठेंगे. पूजन के बाद भक्तों के बीच फल प्रसाद का वितरण किया जायेगा. शाम साढ़े छह बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा. जिसमें समाज के बच्चे व युवा नेपाली लोक गीत पर नृत्य संगीत की प्रस्तुति देंगे. जिसके समापन के बाद महाप्रसाद का वितरण किया जायेगा. जिसमें समाज के करीब तीन हजार से अधिक लोग प्रसाद ग्रहण करेंगे. चयनित सदस्यों को समिति करेगा सम्मानितसमिति द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान दुर्गापूजा आयोजन को सफल बनाने वाले सदस्यों को सम्मानित किया जायेगा. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री रघुवर दास को आमंत्रित किया गया है. इसके साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप में सांसद विद्युत वरण महतो, एवं सम्मानीय अतिथि के रूप में सुरेश सोंथालिया उपस्थित रहेंगे. नेपाली समाज में सत्यनारायण पूजा का है विशेष महत्व : रामानारायण. अध्यक्ष. नेपाली सेवा समिति नेपाली समाज में बैकुंठ पूर्णिमा में सत्यनारायण पूजा विशेष महत्व रखता है. शहर में नेपाली सेवा समिति के प्रांगण में हर साल बैकुंठ यानी कार्तिक पूर्णिमा बड़े रूप में सत्यनारायण की पूजा की जाती है.सुबह से लेकर देर रात तक शहर में बसे नेपाली समाज के लोग शामिल होते है. आषाढ़ एकादशी से प्रारंभ होती है पूजन तैयारीलोग समूह के रूप में नेपाली सेवा समिति में आकर सत्यनारायण पूजा में शामिल होते है इसके पहले सभी अपने-अपने घरों में सत्यनारायण की पूजा करते है. इस पूजा के लिए आषाढ़ एकादशी से फलाहार कर उपवास रखा जाता है. पूजा के दिन शाल के पत्तों से टपरी बनाया जाता है. उसी में भगवान को प्रसाद चढ़ाया जाता है. इसके साथ ही घरों में सेल रोटी बनते है. सुबह में लोग समिति के आकर पूजा की भागीदारी बनते है वहीं शाम पारंपरिक वेशभूषा में समिति में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद लेते है और साथ में प्रसाद खाते है.

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