जमशेदपुर: खपत के अनुपात में कम आवक की वजह से आलू-प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं. वहीं थोक और खुदरा मूल्य में भी भारी अंतर के कारण आम उपभोक्ता ज्यादा कीमत देकर सब्जी खरीदने को मजबूर हैं.
अगर शहर की बात करें तो यहां आलू-प्याज की कीमतों में थोक और खुदरा मूल्य में प्रति किलो दस रुपये का अंतर देखा जा रहा है. हालांकि प्रशासन की ओर से थोक और खुदरा मूल्य को लेकर किसी तरह का कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किया गया है. गौरतलब है कि गुरुवार और शुक्रवार को आलू का थोक भाव 24 रुपये रहा, जिसके कारण बाजार में खुदरा भाव 30 रुपये तक पहुंच गया. लेकिन शनिवार को थोक भाव 20 रुपये पहुंचने के बावजूद खुदरा भाव में कोई कमी नहीं हुई है. इधर, बंगाल सरकार द्वारा झारखंड में आलू भेजे जाने पर रोक लगाने की वजह से आलू के दाम में फिलहाल कमी होने के आसार नहीं दिख रहे हैं.
हालांकि बाजार में नये आलू ने भी दस्तक दे दी है लेकिन वह भी खुदरा में 35 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है. पुराना आलू खुदरा में 30 रुपये प्रति किलो तथा प्याज 50 से 60 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. आलू विक्रेताओं के अनुसार बंगाल में नया आलू निकलने लगा है. शहर में सबसे ज्यादा आलू पश्चिम बंगाल से आता है. लेकिन बंगाल सरकार ने झारखंड में आलू भेजे जाने पर रोक लगा रखी है. फिर भी व्यापारी चोरी छिपे आलू मंगा रहे हैं जिससे भाड़ा सहित आलू के अधिक दाम देने पड़ रहे हैं. भाड़ा व आलू के दामों वृद्धि की वजह से जहां पहले शहर में 20 ट्रक आलू आता था वहीं अब 10 ट्रक पर सीमित हो गया है. आलू कम आने से भी इसके दामों में वृद्धि हो गयी है.