जमशेदपुर: हाइवे होटल में काम करने वाले दो बाल मजदूर धर्मेद्र भारती (10) और अशोक (12) को झारखंड मानवाधिकार संघ ने गुरुवार को एमजीएम पुलिस की सहायता से छुड़ाया.
दोनों बच्चों ने पुलिस के समक्ष जो कहानी बयां की है उसके अनुसार उन्हें चतरा से एक माह पूर्व शंकर यादव जमशेदपुर लेकर आया था. शंकर का हाइवे में एक होटल है जिसमें दोनों से वह काम ले रहा था. बच्चों के अनुसार उन्हें काफी प्रताड़ित किया जाता था. दोनों की अक्सर पिटाई की जाती थी और भोजन भी सही से नहीं दिया जाता था. जिससे तंग आकर दोनों गुरुवार को मानगो बस स्टैंड भाग गये थे.
लेकिन उनकी तलाश में होटल मालिक शंकर मानगो पहुंच गया और दोनों बच्चों को अपने साथ होटल ले आया और दोनों की बुरी तरह पिटाई की. इसकी सूचना झारखंड मानवाधिकार संघ के अध्यक्ष दिनेश कुमार कीनू को मिलने के बाद वह अपने साथियों के साथ पहुंचे और तत्काल इसकी सूचना पुलिस से साझा की. एमजीएम पुलिस के साथ मिल कर उन्होंने दोनों बच्चों को छुड़ाया गया. जिस समय बच्चों को छुड़ाया गया दोनों काफी सहमे हुए थे. श्रम अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस ने दोनों बच्चों को रिमांड होम भेज दिया है. बच्चों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है.