जमशेदपुर: आंकड़े आपको चौंका सकते हैं, लेकिन यह हकीकत है. जमशेदपुर में हर 100 नवदंपती में आठ में इनफर्टिलिटी (बांझपन) के केस सामने आये हैं, जिनमें से अधिकांश पुरुषों में ही कमी पायी जा रही है. शहर में तेजी से खुल रहे इनफर्टिलिटी सेंटर इस ओर संकेत करते हैं.
पिछले तीन सालों में यहां पांच इनफर्टिलिटी सेंटर खोले जा चुके हैं. पुरुषों में बढ़ती इनफर्टिलिटी के कई कारण हैं लेकिन मुख्य वजह अत्याधुनिक खान-पान और लाइफ स्टाइल है.
बढ़ते प्रदूषण, खान पान के साथ-साथ, देर से विवाह, अधिक तनाव, समय से पहले सेक्स और नशा की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण यह स्थिति बनी है. टाटा मोटर्स अस्पताल में दो साल पहले खोले गये इनफर्टिलिटी सेंटर में अकेले 120 से अधिक केस ऐसे आये हैं, जिसमें पुरुषों में ही कमी पायी गयी है. इसके अलावा आदित्यपुर में संचालित होने वाले इनफर्टिलिटी सेंटर में भी हर दिन करीब दो ऐसे पुरुष जरूर आते हैं, जिनके संतान न होने की वजह उनकी खुद की कमजोरी है.