जमशेदपुर: पूरे देश में जमशेदपुर से सांप के जहर का काला कारोबार चल रहा है. ऐसे ही कारोबारी गिरोह के छह सदस्यों को भुवनेश्वर से गिरफ्तार किया गया है. गिरोह का जाल बिहार, झारखंड , ओड़िशा, पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों में फैला है. पकड़ाये सदस्यों ने बताया है कि मानगो (दलमा जंगल) से किंग कोबरा का जहर लेकर वे भुवनेश्वर पहुंचे थे.
भुवनेश्वर पुलिस इस गिरोह के जमशेदपुर में रहने वाले सरगना की तलाश कर रही है. पुलिस को पूछताछ में जानकारी मिली कि गिरोह का सरगना दलमा समेत आसपास के जंगलों से किंग कोबरा से लेकर अन्य जहरीले सांप को पकड़ता है और उससे जहर निकालकर बेच देता है. जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में काफी ऊंची कीमत है.
ऐसे पकड़ाया गिरोह
भुवनेश्वर के ओल्ड स्टेशन बाजार स्थित सिटी होटल में भुवनेश्वर के वन विभाग ने छापामारी की. वन विभाग वहां करीब तीन माह से गुप्त सूचना के आधार पर कड़ी नजर रखे हुए था. सोमवार की देर रात उस होटल में जहर का कारोबारी बनकर वन विभाग ने डीलिंग शुरू की. जैसे ही सांप का जहर दिखाया गया, वैसे ही सारे कारोबारियों को पकड़ लिया गया. पकड़े गये लोगों में बिहार के रहने वाले धीरेंद्र कुमार, धर्मेद्र कुमार, भृगुनाथ सिंह, शंकर कुमार, ओमप्रकाश कुमार व पवन कुमार सिंह शामिल है. इसमें पश्चिम बंगाल के रहने वाले भृगुनाथ सिंह शामिल हैं.
पुरुषोत्तम से पहुंचे थेभुवनेश्वर के वन विभाग द्वारा की गयी पूछताछ में बताया गया है कि टाटानगर से ही ये सारे छह लोग पुरुषोत्तम एक्सप्रेस ट्रेन में सवार हुए थे, जहां से वे लोग भुवनेश्वर पहुंचे थे. वे लोग यहां जहर को बेचना चाहते थे.
जहर जांच के लिए भेजा मुंबई
भुवनेश्वर पुलिस ने कारोबारियों से बरामद जहर को लैब टेस्ट के लिए मुंबई भेजने की योजना बनायी है. ओडिशा, बिहार, झारखंड, बंगाल आदि राज्यों में पुलिस केपास ऐसा कोई तकनीक या लैब नहीं है, जहां सांपों के जहर की जांच हो सके.
285 ग्राम जहर की कीमत एक करोड़ से अधिक
पुलिस के अनुसंधान और पूछताछ में इस गिरोह के सदस्यों ने बताया है कि 285 ग्राम जहर की कीमत एक करोड़ रुपये से अधिक है. दिल्ली में इसकी सप्लाइ की गयी है, जिसके बाद यह बातें सामने आयी है.