मालखानों का चार्ज नहीं देने से बरबाद हो रहीं लाखों की गाड़ियां (मनमोहन) – जिले के आधा से अधिक थाने कबाड़खाना बने – डीआइसी, डीजीपी के आदेश पर भी स्थिति जस की तस – दूसरे जिले स्थानांतरित होने के बाद भी नहीं सौंप रहे माल खाना का प्रभारत्रिलोचन सिंह, जमशेदपुरजिले के आधा से अधिक थानों के मालखाने का प्रभार वर्तमान थाना प्रभारियों को नहीं सौंपे जाने के कारण लाखों-करोड़ों की गाड़ियां थाना परिसर में सड़ रहीं हैं. वहीं थाना परिसर में कबाड़खाना तब्दील होने के साथ गाड़ियों की नीलामी नहीं हो पा रही है. इन गाड़ियों की नीलामी होने से राज्य सरकार को राजस्व की प्राप्ति होती. मालखाना के रख-रखाव को लेकर डीआइजी से लेकर डीजीपी तक गाइडलाइन जारी करते रहे हैं. इसके बावजूद स्थिति जस की तस बनी है. पिछले दिनों डीआइजी आरके धान ने भी सभी थाना प्रभारियों को मालखाना अपडेट कर रिपोर्ट एसएसपी को सौंपने का निर्देश दिया था. एसएसपी ने संबंधित पदाधिकारी से माल खाना का प्रभार दिलाने के लिए संबंधित जिले के एसपी से लेकर मुख्यालय के पदाधिकारियों से पत्राचार किया था. इसके बावजूद कई थाना के माल खाना का प्रभार अब तक नहीं सौंपा गया है. थाने का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है मालखानामालखाना हर थाने का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. थाना क्षेत्र से जब्त जेवर, हथियार, गाड़ियां आदि का हिसाब मालखाना में रहता है. थाना प्रभारी ही माल खाना के प्रभारी होते हैं, जो अपने स्थानांतरण के बाद उत्तराधिकारी (नये थानेदार) को माल खाना का प्रभार सौंपते हैं. माल खाना में जब्त सभी सामानों की रजिस्टर में इंट्री की जाती है. इंट्री के दौरान सभी सामान का मिलान किया जाता है. चार्ज लेने-देने की प्रक्रिया हस्ताक्षर के साथ पूरी की जाती है.थाना प्रभारी से डीएसपी बन रिटायर हो गये, प्रभार नहीं सौंपाजुगसलाई में इंस्पेक्टर बीएन सिन्हा 2010 में थाना प्रभारी थे. जिले से स्थानांतरित होकर वे चले गये. प्रोमोशन पाकर डीएसपी बने. पिछले दिनों वे रिटायर भी हो गये, लेकिन अब तक जुगसलाई थाना के माल खाना का प्रभार दूसरे को नहीं सौंपा है. उलीडीह थाना प्रभारी अाधा वेतन पर कर रहे काम मालखाना का प्रभार नहीं सौंपने पर मुख्यालय स्तर से कई पुलिस पदाधिकारियों पर वेतन रोक, निलंबन तक की कार्रवाई हुई है. गिरिडीह में मालखाना का प्रभार नहीं सौंपने के कारण उलीडीह थाना प्रभारी सिर्फ अपने बेसिक वेतन (आधा वेतन) पर काम कर रहे हैं. कुछ मनमानी व कुछ समय अभाव से नहीं दे रहे हैं चार्ज : एसएसपी एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने कहा कि मालखाना का चार्ज देना एक बड़ी समस्या है. कुछ थानेदार समय के अभाव में मालखाना का चार्ज नहीं दे पा रहे हैं, लेकिन कुछ जानबूझकर चार्ज नहीं दे रहे. जिले से बाहर जाने वाले थाना प्रभारियों को मालखाना का चार्ज देकर जाना हैं. ऐसा नहीं करने पर उनके वेतन से संबंधित जारी होने वाला सटिर्फिकेट रोक दिया जाता है. सटिर्फिकेट नहीं मिलने पर दूसरे जिला में योगदान देने के बाद भी बेसिक वेतन (आधा वेतन) पर काम करना होता है. इनमें उलीडीह थाना प्रभारी भी शामिल हैं. जिले के थानों में मालखाना चार्ज की स्थितिथाना थाना प्रभारी कौन देगा चार्ज स्थितिपरसुडीह बीके चतुर्वेदी कमलेश पासवान दो माह से पेंडिंगबागबेड़ा राजदेव सिंह राजेश रंजन दो माह से पेंडिंग जुगसलाई अशोक कु गिरि सेवानिवृत्त डीएसपी बीएन सिन्हा चार वर्ष से पेंडिंगबिष्टुुपुर जितेंद्र कुमार अवध कुमार यादव डेढ़ वर्ष से पेंडिंगकदमा शंकर ठाकुर राजू अभी तक नहीं मिला चार्ज (10 वर्ष पूर्व के एक थाना प्रभारी से बाकी है चार्ज)सोनारी सुमन आनंद अनिमेष कुमार गुप्ता नहीं मिला चार्जसाकची अंजनि तिवारी गोपाल सिंह चार सप्ताह से पेंडिंगएमजीएम अनुज कुमार विनोद कुमार नहीं मिला चार्जआजादनगर अंजनि कुमार कुंदन राम नहीं मिला चार्जमानगो फुलन नाथ कमलेश्वर पांडेय चार्ज मिल गया हैटेल्को अमिश हुसैन कलीमुजमा तीन वर्ष से पेंडिंग (कमलेश्वर पांडेय, अंजनि तिवारी दे चुके हैं)बर्मामाइंस सुमन गिनी नाग अरविंद प्रसाद यादव नहीं मिला चार्ज (एक वर्ष पूर्व थानेदार मोहन पांडेय दे चुके हैं)
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