बंद के दौरान अस्पताल को छोड़ बस, ऑटो का परिचालन शहर में नहीं होगा. शहर के स्कूलों में भी ऑटो नहीं चलेंगे. इससे पूर्व दोनों यूनियन के सदस्य 6 अक्तूबर को डीसी को मांग पत्र सौंपेंगे. बैठक को संबोधित करते हुए बन्ना गुप्ता ने कहा कि परमिट, लाइसेंस लाइट सिस्टम, पार्किंग के नाम पर जुर्माना एवं ठेकेदारों की मनमानी का वे विरोध करते हैं.
एक तरफ सरकार बेरोजगारों को रोजगार नहीं दे रही है. दूसरी तरफ चालकों से जांच और बंदोबस्ती के नाम से मनमाना शुल्क वसूल रही है. चालकों का शोषण नहीं होने देंगे. बैठक में संघ के महासचिव श्याम किंकर झा, बबुआ सिंह, मो मुस्ताक, विरेंद्र सिंह, चंदन मल्लिक, सिरान, संजय मिश्रा, अमनी सिंह, चिंत खान, फैयाज आलम, अंजनी कुमार सिंह, सोम, शीतल पाल, शिबू बनर्जी सहित बड़ी संख्या में चालक मौजूद थे.