जमशेदपुर. एलएलबी तीन वर्ष का कोर्स है. लेकिन को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज से वर्ष 2012 से अबतक एक भी बैच पासआउट नहीं हुआ है. यदि तीन वर्ष का कोर्स पांच-छह साल में पूरा होगा, तो छात्र-छात्राओं के सपने अधूरे रह जायेंगे. यह बात को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज छात्र संघ के विश्वविद्यालय प्रतिनिधि सुशील तिवारी व अन्य पदधारियों ने कही. उन्होंने छात्र संघ की ओर से कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रो जितेंद्र कुमार को एक ज्ञापन सौंप कर कॉलेज की समस्याओं के समाधान की मांग की. उन्होंने बताया कि वर्ष 2014-17 बैच के छात्र-छात्राएं अब तक पहले सेमेस्टर में ही हैं, जबकि उन्हें अब तक तीसरे सेमेस्टर में होना चाहिए.
कोल्हान विश्वविद्यालय में अब तक प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा का आयोजन ही नहीं किया है. कॉलेज में वर्तमान में चार बैच के छात्र-छात्राएं हैं, जबकि क्लास रूम मात्र तीन ही है. संघ ने कॉलेज में आधारभूत संरचना व उपलब्ध कराने, समय से परीक्षा का आयोजन व सत्र नियमित करने तथा एलएलबी का एकेडमिक प्रोग्राम तैयार करने की मांग की है. ज्ञापन सौंपने वालों में कॉलेज छात्र संघ के सचिव अनुराग पांडेय, संयुक्त सचिव नेहा शर्मा, विश्वविद्यालय प्रतिनिधन सुशील तिवारी, उप सचिव किरणदीप सिंह, कॉलेज / संघ प्रतिनिधि मनोज प्रमाणिक व अन्य शामिल थे.
विवि ने तैयार नहीं किया एलएलबी का एकेडमिक प्रोग्राम
कॉलेज छात्र संघ की ओर से कहा गया कि विश्वविद्यालाय की ओर से अब तक एलएलबी का एकेडमिक प्रोग्राम तैयार नहीं किया गया है. जबकि बार काउंसिल ऑफ इंडिया के रूल ऑफ लीगल एजुकेशन एक्ट-2008 के प्रावधानों के तहत विश्वविद्यालय एलएलबी के लिए अपना एकेडमिक प्रोग्राम तैयार करने की स्वतंत्रता है.