वहीं दूसरी ओर अपने स्थापना से ही टीएमएल ड्राइव लाइन यूनियन विवादों में रही. टीएमएल ड्राइव लाइन में टाटा मोटर्स में टेल्को यूनियन की ओर से हस्ताक्षरित समझौता बगैर किसी के हस्ताक्षर के लागू किया जाता रहा है. अध्यक्ष के रूप में राजेंद्र सिंह के हस्ताक्षर या फिर बगैर पदनाम के कुछ पदाधिकारियों के हस्ताक्षर का.
टीएमएल ड्राइव लाइन में वर्तमान में दो खेमा प्रत्यक्ष, तो तीसरा खेमा भी अप्रत्यक्ष रुप से ताल ठोक चुका है. एक यूनियन अध्यक्ष राजेंद्र सिंह-महामंत्री चंद्रभान सिंह, दूसरी यूनियन अध्यक्ष एमएन राव-महामंत्री आरके सिंह (श्रम विभाग द्वारा रजिस्टर बी में दर्ज), तीसरा खेमा अरुण सिंह व रामनारायण शर्मा के नेतृत्व में आकार ले रहा है, जिसे वर्तमान समय में (अरुण सिंह के कारण) टेल्को यूनियन का समर्थन मिलने की पूरी उम्मीद है. इसलिए इस बार बोनस को लेकर यह अहम प्रश्न है कि टीएमएल ड्राइव लाइन में बोनस समझौता टेल्को यूनियन वाला लागू होगा या बगैर किसी के हस्ताक्षर के लागू होगा या फिर प्रबंधन तीन खेमे में से किसी एक के साथ समझौता करेगी.