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नफरत के अदावत के शोलों को बुझाते हैं, आओ सब मिलकर ईद मनाते हैं

ईद का वास्तव में जो संदेश है वह यह है कि बेकस को यतीमों को गले से लगाते हैं, सब मिलकर आओ ईद मनाते हैं. -मौलाना अबरार कैसर,संस्थापक मोहतमीम मदरसा-ए-सुभानीरोजेदारों पर अल्लाह की नजरउन्हीं मुसलमानों के वास्ते यह त्योहार और यह दिन रहमत और बरकत है, जिन्होंने पूरी अकीदत से रोजे रखे. -मौलाना सैय्यद सैफुद्दीन […]

ईद का वास्तव में जो संदेश है वह यह है कि बेकस को यतीमों को गले से लगाते हैं, सब मिलकर आओ ईद मनाते हैं. -मौलाना अबरार कैसर,संस्थापक मोहतमीम मदरसा-ए-सुभानीरोजेदारों पर अल्लाह की नजरउन्हीं मुसलमानों के वास्ते यह त्योहार और यह दिन रहमत और बरकत है, जिन्होंने पूरी अकीदत से रोजे रखे. -मौलाना सैय्यद सैफुद्दीन असदक, इमाम इमाम हुसैनी मसजिद, आजादनगरसदका ए फितर जरूर अदा करें ईद की नमाज से पूर्व ही अल्लाह का आदेश हुआ कि घर के सभी लोगों की तरफ से चाहे वह छोटा या बड़ा, सदका ए फितर अदा किया जाये, ताकि महरूम और नादार भी अपनी जिंदगी की जरूरतों को पूरा करके ईद की खुशियों में शरीक हो सके.काजी सऊद आलम, प्रमुखइमारत ए शरिया——-सुन्नत के अनुसार जिंदगी जीयें हर मुसलमान ईद के बाद अपनी पिछली जिंदगी का जायजा ले और अपनी शेष जिंदगी को इसलाम की तालिम और हजरत मोहम्मद (सल्ल.) की सुन्नत के अनुसार गुजारने का निश्चय करे.-मोहम्मद इमरान रजा, पेश इमाम, टेल्को मसजिद————–ईद की खुशी सबके साथईद सारे समुदाय के लोगों को त्योहार मनाने के लिए अपनी ओर बुलाती है. यह हमें इस सच्चाई को मानने को कहती है दुनिया को बनानेवाले एक अल्लाह (जिसे हम अलग-अलग नामों से पुकारते हैं) को खुश किये बिना त्योहार की खुशियों की कल्पना नहीं कर सकते. -हाफिज इम्तियाज मिसबाही, इमाम, शास्त्रीनगर मसजिद———-अल्लाह के बताये मार्ग पर चलेअल्लाह को खुश करने के लिए जरूरी है कि हम उसके बताये हुए मार्ग पर चले. समस्त भारत वासियों का यह फर्ज है कि वे एक दूसरे के त्योहार की खुशियां बांटे.-अमीरुल कासमी, इमाम, धातकीडीह

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