जमशेदपुर: परसुडीह थाना क्षेत्र की केरवाडुंगरी पंचायत के मुखिया कान्हू मुमरू का तालसा ग्रामसभा ने सामाजिक बहिष्कार किया. रविवार को बड़ा तालसा स्थित जाहेरथान में ग्रामप्रधान दुर्गाचरण मुमरू की अध्यक्षता में ग्रामसभा बुलायी गयी थी. जिसमें ग्रामसभा ने मुखिया कान्हू मुमरू के खिलाफ फैसला किया. फैसले में कहा गया कि गांव का कोई भी व्यक्ति […]
जमशेदपुर: परसुडीह थाना क्षेत्र की केरवाडुंगरी पंचायत के मुखिया कान्हू मुमरू का तालसा ग्रामसभा ने सामाजिक बहिष्कार किया. रविवार को बड़ा तालसा स्थित जाहेरथान में ग्रामप्रधान दुर्गाचरण मुमरू की अध्यक्षता में ग्रामसभा बुलायी गयी थी. जिसमें ग्रामसभा ने मुखिया कान्हू मुमरू के खिलाफ फैसला किया.
फैसले में कहा गया कि गांव का कोई भी व्यक्ति कान्हू मुमरू के सामाजिक कार्यो में शामिल नहीं होगा. ग्रामप्रधान दुर्गाचरण मुमरू ने बताया कि मुखिया कान्हू मुमरू को जमीन विवाद को सुलझाने के लिए ग्रामसभा में कई बार बुलाया गया, लेकिन हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर ग्रामसभा में आने से बचते रहे. साथ ही वे रैयती जमीन को कब्जा करने वाले की मदद कर रहे थे. रविवार को बड़ा तालसा के ग्रामीण महिला-पुरुष दर्जनों की संख्या में छोटा तालशा गये, जहां फुटबॉल प्रतियोगिता चल रही थी.
ग्रामीणों ने लाठी-डंडा लेकर खिलाड़ियों व आयोजकों को खदेड़ कर भगा दिया. ग्रामसभा का आरोप था कि रैयती जमीन को कब्जा करने के उद्देश्य से वहां फुटबॉल प्रतियोगिता करायी जा रही है. दुर्गाचरण मुमरू ने बताया कि जहां फुटबॉल हो रहा था. वह जमीन रैयती शांखो माझी व गोपाल माझी की है. जिसका खाता-संख्या-56 व प्लॉट संख्या-1163 है, लेकिन कुछ लोग उस जमीन को कब्जा करने पर लगे हुए हैं. पूर्व में जमीन विवाद को ग्रामीण स्तर से सुलझाने का प्रयास किया था. ग्रामीणों ने जमीन विवाद की शिकायत सीओ कार्यालय में की है. दोनों पक्ष के बीच मारपीट भी हो चुकी है. सुंदरनगर थाना में मारपीट का मामला चल रहा है.
ग्रामीणों द्वारा रैयती जमीन पर कब्जा करने का विरोध किया जा रहा है. रविवार को दोनों गांवों के बीच बिगड़ते माहौल को देखते हुए सुंदरनगर थाना पुलिस भी छोटा तालसा गांव की विवादित जमीन स्थल पर पहुंच गयी थी.
‘‘मुङो सामाजिक बहिष्कार के संबंध में जानकारी नहीं है. जमीन विवाद का मामला सीओ से संबंधित है. इसलिए मैंने सीओ स्तर से विवाद को सुलझाने का आग्रह किया था. इसको लेकर किसी को सहयोग व असहयोग का कोई मामला नहीं है. कहीं कोई विवाद नहीं है, आपस में बातचीत कर मामला को सुलझा लिया जायेगा.
-कान्हू मुमरू, मुखिया केरवाडुंगरी पंचायत