यूनाइटेड किंगडम के सोदबीज में इसे नीलामी के लिए प्रस्तुत किया गया था, जहां से टाटा स्टील ने इसे हासिल कर लिया. उम्मीद की जाती है कि भारतीय इस्पात उद्योग से जुड़ी और ऐतिहासिक महत्व की यह मूल्यवान धरोहर शीघ्र ही जमशेदपुर पहुंच जायेगी और इसे रूसी मोदी सेंटर फॉर एक्सीलेंस में रखा जायेगा.
BREAKING NEWS
Advertisement
टाटा स्टील ने ऐतिहासिक धरोहर खरीदी
जमशेदपुर. टाटा स्टील में वर्ष 1912 में जमशेदपुर में रॉल किये गये पहले स्टील रेल ट्रैक के एक हिस्से को काट कर डेस्क वेट का रूप दिया गया था. उस पर अंग्रेजी में लिखा गया था : फर्स्ट रेल रोल्ड बाइ टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी लिमिटेड / साकची. भारत / मार्च 18, 1912. इसे […]
जमशेदपुर. टाटा स्टील में वर्ष 1912 में जमशेदपुर में रॉल किये गये पहले स्टील रेल ट्रैक के एक हिस्से को काट कर डेस्क वेट का रूप दिया गया था. उस पर अंग्रेजी में लिखा गया था : फर्स्ट रेल रोल्ड बाइ टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी लिमिटेड / साकची. भारत / मार्च 18, 1912. इसे टाटा स्टील द्वारा 1912 में रॉबर्ट क्रूवी-मिल्नेस, क्रूवी के प्रथम मार्किस (1858-1947) को बतौर तोहफा भेंट किया गया था. स्टील कंपनी से जुड़ी यह कीमती धरोहर पूर्व में रॉक्सबर्ग की डचेस मेरी की संपत्ति एवं मूल्यवान वस्तुओं के इंडियन कलेक्शन का एक हिस्सा बन गयी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement