जमशेदपुर: कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आरपीपी सिंह ने एनसीटीइ के डायरेक्टर से मुलाकात की. दिल्ली में हुई इस मुलाकात में उन्होंने एनसीटीइ के डायरेक्टर को कोल्हान विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले अंगीभूत कॉलेजों की आधारभूत संरचनाओं के साथ सरकार की मौजूदा स्थिति के बारे में बताया. वीसी डॉ आरपीपी सिंह ने कहा कि सरकार व्यवस्था को दुरुस्त करने का प्रयास कर रही है.
अचानक से सरकारी कॉलेजों में बीएड की पढ़ाई बंद होने से गरीब विद्यार्थियों को काफी परेशानी होगी. उन्होंने बताया कि एनसीटीइ के डायरेक्टर ने कहा कि कोल्हान के प्राइवेट कॉलेज हर गाइड लाइन का पालन कर रहे हैं, लेकिन सरकारी में यह क्यों संभव नहीं, इस पर उन्होंने दोनों ही कॉलेजों की स्थिति के बारे में बताया और 5 अंगीभूत कॉलेजों में बीएड की पढ़ाई बंद करने पर लगी रोक हटाने की मांग की. इसपर फिलहाल एनसीटीइ की ओर से कोई फैसला नहीं लिया गया है.
उक्त कॉलेजों पर लगी रोक रीजनल ऑफिस से हटाया जाना अब संभव नहीं. दिल्ली स्तर पर ही इस मामले में कोई फैसला हो सकेगा. गौरतलब है कि एनसीटीइ की ओर से पिछले दिनों एक आदेश जारी किया गया था. इस आदेश में कोल्हान के 7 अंगीभूत कॉलेजों में बीएड की पढ़ाई रोकने का आदेश दिया गया था. इसमें 5 कॉलेजों को पढ़ाई बंद करने, जबकि दो कॉलेजों में तत्काल बीएड के एडमिशन प्रक्रिया पर रोक लगायी गयी थी. उक्त दोनों कॉलेज ( वीमेंस कॉलेज और को ऑपरेटिव कॉलेज ) को शो कॉज किया गया था. इसका जवाब कॉलेज की ओर से एनसीटीइ को सौंपा गया. इसके बाद दोनों ही कॉलेजों को एडमिशन लेने की छूट मिली, लेकिन 5 अन्य कॉलेजों की स्थिति यथावत है.
देर से शुरू हो सकता है सत्र
5 कॉलेजों में बीएड के एडमिशन पर लगी रोक हटाने को लेकर सरकार के साथ विवि स्तर से पहल हो रही है. फिलहाल इस पर निर्णय नहीं लिया गया है. अगर एनसीटीइ की ओर से इस दिशा में तत्काल कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया जाता है, तो इस बार बीएड का सत्र देर हो सकता है.
बंद नहीं होने देंगे बीएड : डॉ नीरा यादव
मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ नीरा यादव से कोल्हान विश्वविद्यालय के सिंडिकेट के सदस्य डॉ राजेश कुमार शुक्ल और डॉ विश्वेश्वर यादव ने सर्किट हाउस में मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने शिक्षा मंत्री को कोल्हान विश्वविद्यालय में बंद पड़े 5 बीएड कॉलेज की स्थिति के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि किसी भी तरह से बीएड को बचाया जाये, इसके सिंहभूम के गरीब विद्यार्थियों का काफी नुकसान होगा. इस पर मंत्री ने आश्वासन दिया कि वे बीएड कॉलेजों को लेकर गंभीर हैं. एचआरडी के डायरेक्टर लगातार एनसीटीइ से संपर्क में हैं. सरकार ने एनसीटीइ के गाइड लाइन के अनुरूप व्यवस्था को बनाने के लिए समय मांगा है. सरकार एक भी कॉलेज को बंद नहीं होने देने की दिशा में प्रयास कर रही है.