जमशेदपुर: टाटा वर्कर्स यूनियन के एकाउंट में गड़बड़ी का हिसाब मिल गया है. पिछली कमेटी मीटिंग में कमेटी मेंबर प्रभात लाल ने एकाउंट की राशि में एक करोड़ एक लाख 42 हजार 327 रुपये की कमी दर्शायी थी, जिसके बाद कमेटी मीटिंग में एकाउंट पारित नहीं हो सका था. अध्यक्ष पीएन सिंह ने तब कहा था कि जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाती, तब तक एकाउंट पारित नहीं कराया जाये. सोमवार को फाइनांस कमेटी की बैठक हुई.
अध्यक्षता पीएन सिंह ने की. हालांकि, फाइनांस कमेटी के चेयरमैन संजीव चौधरी टुन्नु है. बैठक में एकाउंट की गड़बड़ियों की जांच की गयी. जांच के दौरान ऑडिट रिपोर्ट की समीक्षा की गयी. इसके बाद यह बात सामने आयी कि जो ब्याज पीएफ की राशि पर आ रही है और माइकल जॉन सेंटर का आ रहा है, उसको इस एकाउंट में नहीं जोड़ा जा सका. पाया गया कि पीएफ का इंटरेस्ट 89 लाख 13 हजार 613 रुपये का था, जबकि 12 लाख 28 हजार 714 रुपये की राशि माइकल जॉन सेंटर की थी.
यूनियन तीन फंड को फिक्स्ड डिपोजिट करती आयी है. एक जेनरल फंड, दूसरा माइकल जॉन सेंटर और पीएफ फंड की राशि. यह पाया गया कि चूंकि राशि परिपक्व (मैच्यूरिटी) होने तक वित्तीय वर्ष बदल जाता था और फिर से बीच में ही फिक्स्ड डिपोजिट कर दिया जाता था, इस कारण यह राशि दूसरे वित्तीय वर्ष में चढ़ जाती थी. ऑडिटर ने इसका भी उपाय निकाल दिया है और इसके लिए मूल राशि का एक अलग से अभिलेख एकाउंट में जोड़ दिया है, जिससे स्थिति स्पष्ट हो गयी है.