Advertisement
रहते हैं झारखंड में टावर पकड़ता है बंगाल का
जमशेदपुर: रहते झारखंड में हैं, लेकिन मोबाइल में नेटवर्क बंगाल का पकड़ता है. सिम कार्ड झारखंड क्षेत्र का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इनकमिंग (कॉल आने) का भी शुल्क देना पड़ता है. राज्य के सीमा क्षेत्र पटमदा, बोड़ाम, धालभूमगढ़, बड़शोल, बहरागोड़ा, हाता, तिरिंग समेत विभिन्न इलाके के लोग इसे लेकर परेशान हैं. इन क्षेत्रों के लोग […]
जमशेदपुर: रहते झारखंड में हैं, लेकिन मोबाइल में नेटवर्क बंगाल का पकड़ता है. सिम कार्ड झारखंड क्षेत्र का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इनकमिंग (कॉल आने) का भी शुल्क देना पड़ता है.
राज्य के सीमा क्षेत्र पटमदा, बोड़ाम, धालभूमगढ़, बड़शोल, बहरागोड़ा, हाता, तिरिंग समेत विभिन्न इलाके के लोग इसे लेकर परेशान हैं. इन क्षेत्रों के लोग इनकमिंग का शुल्क देने को विवश हैं. हालात यह है कि लोग मोबाइल के इस्तेमाल से परहेज करने लगे हैं. इसके बावजूद कंपनियां इसके समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है. इन क्षेत्रों की करीब 20 हजार आबादी इस समस्या से जूझ रही है.
कंपनियां लूट रही : हलधर
केंदाडीह गांव के निवासी हलधर महतो ने बताया कि हमारे मोबाइल में बंगाल का नेटवर्क पकड़ता है. इस कारण हमें इनकमिंग का भी शुल्क देना पड़ता है. लोग इसे लेकर परेशान हैं. इसके लिए न कंपनियां कुछ कर रही है, न सरकार कोई निर्णय ले रही है.
चौपट हो गयी है व्यवस्था : मृत्युंजय
बोड़ाम के रगमागोड़ा निवासी मृत्युंजय गोप ने बताया कि हम काफी परेशान हैं. पूरी व्यवस्था चौपट हो गयी है. कॉल आने पर भी शुल्क देना पड़ता है.
कंपनियों पर लगाम लगे : विश्वनाथ
विश्वनाथ महतो का कहना है कि हमें पता ही नहीं चलता है कि हमारा मोबाइल कब रोमिंग में है, कब नहीं. हालात यह है कि मोबाइल पर कॉल आने के बाद हमें दौड़कर उन एरिया
पर जाना पड़ता है, जहां झारखंड का
नेटवर्क पकड़ता है.
हमें यह सजा क्यों : खगेन
खगेन महतो ने कहा कि सरकार बताये कि झारखंड में रहने के बावजूद यह सजा क्यों मिल रही है. हम यहां के निवासी हैं या नहीं. इस पर सकारात्मक कदम उठाने की जरूरत है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement