जमशेदपुर: शहर में तेजी से शुगर के मरीज बढ़ रहे हैं. गर्भवती महिलाएं शुगर से अधिक प्रभावित होती हैं. समय पर इसे कंट्रोल नहीं किया गया, तो पेट में ही बच्चे की मौत संभव है. इसके लिए गर्भवती महिलाएं समय-समय पर शुगर की जांच कराती रहें. ताकि शुगर होने पर इसका तुरंत इलाज किया जा सके. उक्त बातें रविवार को मैनेजमेंट ट्रेनिंग सेंटर टेल्को में शुगर व उससे बचाव पर आयोजित सेमिनार में डॉ एके सिंह ने कही. टाटा मोटर्स मेडिकल सोसाइटी द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. उन्होंने कहा कि गर्भवती को पहले टैबलेट देना चाहिए. कंट्रोल नहीं होने पर सूई(इंसुलीन) देना बहुत जरूरी है.
उन्होंने शुगर रोकने की नयी तकनीक की भी जानकारी दी. इसके बाद डॉ कल्याण गांगुली, डॉ एचके सिंह, डॉ एके बिरमानी, डॉ आर के मिश्र ने भी शूगर के बारे में जानकारी दी. इसके पहले इसका उद्घाटन टेल्को मोटर्स के प्लांट हेड एबी लाल ने किया. इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ एस नाथ, डॉ एसएल श्रीवास्तव, डॉ एएल अली सहित कई अन्य डॉक्टर मौजूद थे.
हर तीन माह पर हो प्रोग्राम
श्री लाल ने कहा कि इस तरह का प्रोग्राम छह माह पर नहीं होकर हर तीन माह पर होना चाहिए. इससे डॉक्टरों को देश में आयी नयी तकनीक व इलाज की जानकारी मिलती है.