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एएआइ ने मांगी 1000 एकड़ भूमि, किराये से हवाई अड्डे का मेंटेनेंस!

जमशेदपुर: एयरपोर्ट ऑथोरटी ऑफ इंडिया ने राज्य सरकार से गम्हरिया में एक हजार एकड़ अतिरिक्त भूमि की मांग की है. इस जमीन पर एयरपोर्ट ऑथोरिटी कॉलोनी बनायेगी. इसके अलावा देवघर में भी तीन सौ एकड़ जमीन एयरपोर्ट ऑथोरिटी ने मांगी है. यह जानकारी नागर विमानन विभाग के अपर मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती ने रविवार को […]

जमशेदपुर: एयरपोर्ट ऑथोरटी ऑफ इंडिया ने राज्य सरकार से गम्हरिया में एक हजार एकड़ अतिरिक्त भूमि की मांग की है. इस जमीन पर एयरपोर्ट ऑथोरिटी कॉलोनी बनायेगी. इसके अलावा देवघर में भी तीन सौ एकड़ जमीन एयरपोर्ट ऑथोरिटी ने मांगी है. यह जानकारी नागर विमानन विभाग के अपर मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती ने रविवार को यहां दी.
श्री चक्रवर्ती ने बताया कि इस अतिरिक्त जमीन पर कॉलोनी बना कर इसे किराये पर लगाया जायेगा. इनमें से कुछ फ्लैटों की बिक्री भी की जायेगी. ऐसा वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए किया जायेगा. कॉलोनी से होनेवाली आमदनी से एयरपोर्ट का निर्माण होगा और बाद में इसकी देखरेख होगी. चूंकि गम्हरिया एयरपोर्ट पर विमानों का आवागमन कम होगा, ऐसी स्थिति में यहां एयरपोर्ट के संचालन में दिक्कत आयेगी. इसलिए ऐसी समस्या न हो इसलिए एयरपोर्ट ऑथोरिटी ने कॉलोनी बनाने के लिए अतिरिक्त भूमि की मांग की है.
रविवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए अपर सचिव ने कहा कि इस मामले को लेकर दिल्ली में टाटा स्टील के उपाध्यक्ष सुनील भास्करन ने एयरपोर्ट ऑथोरिटी के चेयरमैन आरके श्रीवास्तव से बातचीत की है.कई मुद्दों पर वार्ता हुई. गम्हरिया में प्राइवेट, सरकारी जमीन है. प्राइवेट जमीन खरीदी जा चुकी है. सरकारी एवं वन विभाग की जमीन में जंगल, झाड़ी है. इसके लिए वन विभाग का पर्यावरणीय मंजूरी जरू री है. मंजूरी लेने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. नये भूमि एक्ट से जमीन का दाम बढ़ गया है. जमशेदपुर में जमीन नहीं है. टिस्को एयरपोर्ट में सरकार की 26 प्रतिशत की भागीदारी चाहती है, जबकि सरकार 51 प्रतिशत मांग रही है.
चाकुलिया या रांची में एयरफोर्स का सेंट्रल एयर कमांड बनेगा : नागर विमानन विभाग के अपर मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती ने कहा कि चाकुलिया या रांची में एयरफोर्स का सेंट्रल एयर कमांड बनेगा. वहां से देश की पूर्वी सीमा ( बांग्ला देश, बर्मा, चीन) पर नजर रखी जायेगी. एयरफोर्स ने झारखंड में सेंट्रल एयर कमांड बनाने के लिए राज्य सरकार से प्रस्ताव मांगा था. राज्य सरकार ने चाकुलिया और रांची में एयरफोर्स का एयर कमांड बनाने का प्रस्ताव भेजा दिया है. रविवार रात निजी कार्यक्रम में शिरकत करने श्री चक्रवर्ती जमशेदपुर आये थे. परिसदन में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि एयर मार्शल केएस गिल ने सेंट्रल एयर कमांड के लिए जमीन चिह्न्ति करने की मांग की थी.
सरकार ने रांची और चाकुलिया का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है. उन्होंने कहा कि चाकुलिया या रांची एयरफोर्स का हेड क्वार्टर होगा. दोनों ही जगहों पर पर्याप्त जमीन है. चाकुलिया में रेल लाइन बगल में, झारखंड, बंगाल, ओड़िशा सीमा से सटा हुआ है. रांची में दोनों छोर में पर्याप्त जमीन है. अंतिम निर्णय एयरफोर्स को लेना है.
द्वितीय विश्व युद्ध में किया गया था चाकुलिया हवाई अड्डा का इस्तेमाल : द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान 1942 से 1945 तक चाकुलिया हवाई अड्डा का इस्तेमाल मिलिट्री एयरपोर्ट के तौर पर किया गया. चाकुलिया का हवाई अड्डा रांची से तीन गुणा बड़ा है. चाकुलिया हवाई अड्डा की क्षमता 10 हवाई जहाज, 25 हेलीकॉप्टर की है. इसका रनवे 7,284 मीटर लंबा तथा 100 मीटर चौड़ा है. जबकि रांची बिरसा मुंडा हवाई अड्डा की लंबाई 2713 मीटर एवं चौड़ाई 45 मीटर है.
दो हवाई जहाज और दो हेलीकॉप्टर खरीदने का प्रस्ताव : सचिव सजल चक्रवर्ती ने कहा कि राज्य के लिए दो हवाई जहाज और दो हेलीकॉप्टर खरीदने का प्रस्ताव सीएम को देंगे. राज्य अपना हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर खरीदे या भाड़ा में ले. यह सीएम को तय करना है. उन्होंने कहा कि भाड़े का हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर सस्ता होता है. बशर्ते कम चले. श्री चक्रवर्ती ने कहा कि विभाग की योजना है कि एक पब्लिक और एक वीआइपी हेलीकॉप्टर राज्य में हो. विभाग की ओर से एक दो इंजन का हवाई जहाज और दो इंजन का हेलीकॉप्टर खरीदने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. जल्द ही प्रस्ताव सीएम को भेजा जायेगा.
जल्द हेलीकॉप्टर से होगी पारसनाथ की यात्र : सजल चक्रवर्ती ने कहा कि पारसनाथ में हेलीपैड बन सकता है. इसके लिए सव्रे भी हो गया है. राज्य का अपना हेलीकॉप्टर होने से धनबाद होकर लोग पारसनाथ तक आ-जा सकेंगे.
30 साल से मेनटेनेस नहीं हुआ ऐरोड्रम का : राज्य के सभी ऐरोड्रम रनवे को ठीक कराया जायेगा. पिछले 30 साल से मेनटेनेस नहीं हुआ है. पायलट को रनवे के पास आकर भी नहीं दिखता है. विभाग को इस साल 20 करोड़ फंड मिला है.
कांड्रा और खरकई के बीच होगा नया जमशेदपुर
सजल चक्र वर्ती ने बताया कि गम्हरिया में एयरपोर्ट बनने के बाद नया जमशेदपुर खरकई और कांड्रा के बीच में ही बनेगा. जमशेदपुर की जमीन में फिलिंग का काम खाई के कारण ज्यादा है.

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