जमशेदपुर: मंत्री या डीसी अगर सलीके से पेश नहीं आते हैं और किसी भी तरह से जलील करने की कोशिश करते हैं तो इसका करारा जवाब दिया जायेगा. काम बंद कर दिया जायेगा.
सभी चिकित्सक हड़ताल पर चले जायेंगे. यह फैसला एमजीएम अस्पताल परिसर में आयोजित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की बैठक में लिया गया. एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ एसएस प्रसाद की मौत को लेकर सोमवार को बुलायी गयी बैठक में डॉ प्रसाद के आकस्मिक निधन पर शोक जताया गया तथा उनकी मौत के लिए मंत्री और उपायुक्त दोनों को जिम्मेवार ठहराया गया. चिकित्सकों ने कहा कि छुट्टी के दिन अस्पताल का इंस्पेक्शन किया गया, यह एक तरह से यातना थी.
चिकित्सकों ने कहा कि मंत्री के दौरे के पहले भी उपायुक्त की ओर से दबाव बनाया गया था. आइएमए के अध्यक्ष डॉ केपी दुबे की अध्यक्षता और महासचिव डॉ मृत्युंजय सिंह के संयोजन में आहूत इस बैठक में तय किया गया कि इस मुद्दे पर 29 अगस्त को एमजीएम अस्पताल से जुलूस निकालकर उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया जायेगा, जिसमें सभी चिकित्सक शामिल होंगे. डॉक्टरों ने तय किया कि पहले दिवंगत डॉ एसएस प्रसाद का अंतिम संस्कार की सारी प्रक्रिया पूरी की जायेगी. 29 अगस्त के प्रदर्शन के बाद इस मसले पर आगे की रणनीति तय की जायेगी. बैठक में सभी चिकित्सक मौजूद थे.