जमशेदपुर: टाटा स्टील को लगातार चौथी बार प्रधानमंत्री ट्रॉफी के लिए चुना गया है. कंपनी को वित्तीय वर्ष 2011-2012 के दौरान देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला समेकित इस्पात संयंत्र घोषित किया गया है. भारत सरकार प्रधानमंत्री पुरस्कार योजना के तहत टाटा स्टील को उत्कृष्टता प्रमाण पत्र देकर सम्मानित करेगी. टाटा स्टील ने ओवरऑल प्रदर्शन के मामले में लगातार चौथे वर्ष अधिकतम अंक हासिल किया है.
केंद्रीय इस्पात मंत्रलय पुरस्कार समारोह के आयोजन की तिथि शीघ्र घोषित करेगा. इस संबंध में भारत सरकार के इस्पात मंत्रलय के सचिव आरएस चौधरी ने टाटा स्टील के एमडी हेमंत मधुसूदन नेरुरकर को पत्र लिखा है. प्रधानमंत्री ट्रॉफी के लिए प्रतिभागियों का मूल्यांकन करनेवाले निर्णायक मंडल ने मूल्यांकन प्रक्रिया के दौरान टाटा स्टील के कर्मचारियों के उत्साह और कंपनी की गतिविधियों में भागीदारी की सराहना की है.
क्या है प्रधानमंत्री पुरस्कार
प्रधानमंत्री पुरस्कार की स्थापना भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय पीवी नरसिंहा राव द्वारा वर्ष 1992 में की गयी थी. इसका उद्देश्य था समेकित इस्पात संयंत्रों में उत्कृष्टता को बढ़ावा देना. लक्ष्य था राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के लिए बड़े पैमाने पर पूंजी और कुशल श्रमिकों का उपयोग करने वाले समेकित संयंत्रों में उत्कृष्टता को प्रोत्साहन देना. इस्पात मंत्रलय की योजना के मुताबिक, किसी एक वर्ष प्रधानमंत्री पुरस्कार (पीएम ट्रॉफी 2 करोड़ रुपये) जीतने वाले इस्पात संयंत्र को दूसरे साल ट्रॉफी और नगद राशि नहीं दी जाती है. बजाय इसके ट्रॉफी और नकद राशि, दूसरे सर्वश्रेष्ठ इस्पात संयंत्र को दी जाती है और ओवरऑल प्रदर्शन के दृष्टिकोण से सर्वाधिक अंक हासिल करने वाले इस्पात संयंत्र को उत्कृष्टता प्रमाणपत्र दिया जाता है.
कर्मचारियों का उत्साह बढ़ेगा
मैं उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए टाटा स्टील मैनजेमेंट और कर्मचारियों को बधाई देता हूं. मुङो पूरा विश्वास है कि इस पुरस्कार से टाटा स्टील के कर्मचारियों का उत्साह बढ़ेगा और वे कार्य दक्षता और उत्पादकता के मामले में नया कीर्तिमान स्थापित करेंगे. आरएस चौधरी, इस्पात सचिव, भारत सरकार