आम बजट पर कॉलेजों के शिक्षक-शिक्षिकाओं की प्रतिक्रियावरीय संवाददाता, जमशेदपुर शहर के विभिन्न कॉलेजों के शिक्षक-शिक्षिकाओं का मानना है कि वित्त मंत्री द्वारा पेश आम बजट 2015-16 ने सरकारी व प्राइवेट नौकरी-पेशा लोगों को निराश किया है. हालांकि युवा, उद्यमी व मजदूर वर्ग पर ध्यान दिया गया है. नौकरी-पेशा लोगों पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए था. उन्होंने कहा कि बजट में आयकर (इनकम टैक्स) का स्लैब बढ़ने की उम्मीद थी. सर्विस टैक्स में वृद्धि की गयी है. इससे निराश हुई है. हालांकि शिक्षा के क्षेत्र में निवेश, आइआइटी, आइआइएस की संख्या बढ़ाने का प्रावधान स्वागत योग्य है. युवाओं पर ध्यान दिया जाना बेहतर कदम है. उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट टैक्स कम होने व स्किल डेवलपमेंट व उद्योगों को बढ़ावा देने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. जनधन योजना के तहत एक रुपये जमा करने पर दो लाख तक का दुर्घटना बीमा, जीडीपी में वृद्धि, युवाओं के लिए मैनुफैक्चरिंग हब बनाने, स्वास्थ्य व कृषि पर विशेष ध्यान दिया जाना स्वागत योग्य है. वहीं मनरेगा को जारी रखते हुए इसमें निवेश गरीबों के लिए फायदेमंद होगा.इन्होंने दी प्रतिक्रिया : को-ऑपरेटिव कॉलेज वाणिज्य विभाग के डॉ केएम महतो, डॉ संजीव कुमार सिंह, सांख्यिकी के डॉ सुनीत कुमार, अर्थशास्त्र विभाग की प्रो प्रियंवदा उपाध्याय, वर्कर्स कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ डीपी शुक्ल, डॉ अंतरा कुमारी, डॉ प्रसून दत्त सिंह, ग्रेजुएट कॉलेज अर्थशास्त्र विभाग की डॉ सुहिता मुखर्जी, राजनीति विज्ञान की डॉ वीणा प्रियदर्शी, एबीएम कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य एसबी तिवारी व अन्य.
Advertisement
वेतनभोगियों में निराशा, युवाओं पर ध्यान (फोटो : उमा-18, मनमोहन-14, 15, 16)
आम बजट पर कॉलेजों के शिक्षक-शिक्षिकाओं की प्रतिक्रियावरीय संवाददाता, जमशेदपुर शहर के विभिन्न कॉलेजों के शिक्षक-शिक्षिकाओं का मानना है कि वित्त मंत्री द्वारा पेश आम बजट 2015-16 ने सरकारी व प्राइवेट नौकरी-पेशा लोगों को निराश किया है. हालांकि युवा, उद्यमी व मजदूर वर्ग पर ध्यान दिया गया है. नौकरी-पेशा लोगों पर भी ध्यान दिया जाना […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement